आवाज़ ए हिमाचल
हिमाचल। पूरे प्रदेश भर में अंधड़ चलने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। दर्जनों बिजली के खंभे टूटने से बिजली बोर्ड को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। प्रदेश में नौ कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। बिलासपुर में चार, मंडी-सिरमौर में दो-दो और शिमला में एक मकान को नुकसान हुआ है। बिलासपुर में पांच गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुईं।
उधर, सोमवार को सिरमौर जिले की दीद बगड़ पंचायत के मथाना (जांइचा मझाई) गांव में डिग्री कॉलेज ददाहू की एक छात्रा उषा देवी (19) की ढांक से गिरकर मौत हो गई। छात्रा मवेशी चराकर जंगल से घर लौट रही थी। बारिश के चलते मिट्टी गीली होने के कारण उसका पांव फिसल गया और वह ढांक में जा गिरी। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
सोलन में आठ घंटों में 32 और झंडूता में 30 मिलीमीटर बारिश हुई। हमीरपुर जिले 12, ऊना में 23 बिजली के खंभे टूटे। ऊना के संतोषगढ़ में पूरी रात बिजली बंद रही। प्रदेश में चल रहे अधिकतम तापमान में सोमवार को छह डिग्री की कमी दर्ज की गई। किसानों के लिए बारिश राहत लेकर आई है। किसानों ने मक्की बिजाई की तैयारी शुरू कर दी है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मंगलवार को भी कई जिलों में बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की है। 27 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। सोमवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहा। सोमवार को लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई। रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजुम दर्रा, घेपन पीक, लेडी ऑफ केलांग, मुलकिला, नीलकंठ, मकवरे, शिकवरे में फाहे गिरे हैं। सिरमौर में अंधड़ व बारिश से फलों और सब्जियों को नुकसान पहुंचा है।
राजगढ़ में सेब, आड़ू, प्लम, खुमानी, कीवी और अखरोट की फसलों को नुकसान हुआ है। माजरा में पेड़ गिरने से खेड़ा मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। शमशेरपुर में गोशाला ढह गई। राजधानी शिमला में भी रविवार देर रात झमाझम बादल बरसे। अंधड़ से शहर के कई क्षेत्रों में रात भर बिजली बंद रही। बिलासपुर के स्याहोला गांव में ग्रीनहाउस, प्राथमिक पाठशाला मुंडखर की चहारदीवारी, ढलोह में पोल्ट्री फार्म की छत और झंडूता उपमंडल में कई स्थानों पर पेड़ गिरने से बिजली के तार और खंभे टूट गए।