आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर।
17 मई। नगर के रौड़ा सेक्टर में बीती शाम हिंदु और मुस्लिम परिवारों के सदस्यों ने भजन संध्या का सफल आयोजन कर समाज में एक नई मिसाल पेश की है। इस आयोजन में हिंदु लोगों से ज्यादा मुस्लिम लोगों ने हर काम में अहम भूमिका निभाई।
हिंदु मुस्लिम युवाओं के मन के इस सांझा विचार से फलीभूत हुए इस धार्मिक समागम की पूरे नगर में भूरि भूरि प्रसंशा हो रही है। ऐसे दौर में जहां लोग धार्मिक उन्मांद में फंसे है, वहीं इस प्रकार के आयोजन ने मानवता को नई राह दिखाने का प्रयास किया है।
इस भजन संध्या में सुमित शर्मा टिंकू, ताहिर खान, अजय राणा, जफर खान, सुशील पुंडीर, मोहम्मद रफी, रश्मि महाजन, सुशील पुंडीर, आशीष शर्मा, राकेश शर्मा, संजय शर्मा, सुरेंद्र गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई। मुस्लिम बहुल आबादी वाले इस धार्मिक समागम कार्यक्रम में आयोजकों की संख्या में ज्यादा मुस्लिम समुदाय के लोग थे, जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर इस कार्यक्रम को परवान चढ़ाया। शाम करीब आठ बजे इसी गली मे स्थित देवी मां मंदिर से पावन ज्योत को मां के जयकारों के साथ सादर आयोजन स्थल तक लाया गया। पंडित द्वारा विधिवत रूप से मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना तथा ज्योति प्रतिष्ठापित की गई। गली के एक छोर में भव्य मां का दरबार सजाया गया था, जिसकी तमाम डेकोरेशन मुस्लिम युवाओं ने की। सर्वप्रथम कंजक पूजन हुआ, जिसमें देवी स्वरूपा हिंदु और मुस्लिम समुदाय की बेटियों को विधिवत रूप से पूजन किया गया। आपसी प्रेम, भाईचारा तथा इस प्रकार के अलौकिक मंजर को देखकर हर किसी की आंखे खुशी के कारण नम थी।
इस दौरान जफर खान ने निशुल्क बर्फ और फ्रूट का कांउटर संभाला तो अन्य भाईयों ने भी अपनी जिम्मेवारी निभाई। हाॅट स्पाॅट प्रतिष्ठान के मालिक आशीष शर्मा ने एक हजार कुल्फी का भंडारा लगाया। शशि भाई जूस कंपनी की ओर से मुफ्त जूस, पाल ट्रेडर्स , जीवन फ्रूट कंपनी, जोशी आदि ने खरबूजा, तरबूज मिठाई का भंडारा लगाया। मां भगवती का गुणगान करने के लिए जय मां जाल्पा म्जूजिकल ग्रुप सोलन को सादर आमंत्रित किया गया था। जिसमें लता शर्मा और प्रीत भट्ट ने अपनी सुरीली गायकी से ऐसा समां बांधा कि लोग अपने स्थान पर झूमते नजर आए। इन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भेंटें गाई तथा उपस्थित भक्तों को भक्ति रस में डुबोया।
इस दौरान सभी मुस्लिम परिवार के लोग पंडाल में उपस्थित रहे तथा भजनों पर गायकों का पूरा सहयोग किया। वहीं समाज सेवक सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन अवश्य होने चाहिए। एक दूसरे के धर्म का सम्मान कर हम आपसी बैर भाव का नाश करते हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में इस प्रकार की गंगा जमुनी तहजीब सदियों पुरानी है, तथा इसे बनाए रखना और आगे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेवारी है। भजन संध्या के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया। उल्लेखनीय है कि इस मोहल्ले के बच्चे काफी सालों से शारदीय नवरात्रों में रामलीला का आयोजन भी मिलजुल कर करते हैं, जिसमें रामायण के मुख्य किरदारों को मुस्लिम समुदाय के बच्चे बखूबी निभाते हैं।