आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा, राजगढ़।
27 अप्रैल। माँ की गोद में खेलने की उम्र में एक नन्हें बच्चे ने ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है कि हर कोई अचंभित है। गिरीपार क्षेत्र के राजगढ़ निवासी काव्यांश गौतम ने महज 22 महीने की उम्र में “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में अपना नाम दर्ज करवाया है।
नगर पंचायत राजगढ़ निवासी इस नौनिहाल ने अपनी बुद्धिमत्ता और असाधारण प्रतिभा का परिचय देते हुए गायत्री मंत्र का 10 सैकेंड में जाप किया। बच्चे की इस उपलब्धि से उसका नाम “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में दर्ज हुआ है।
कांव्यांश के पिता के अनुसार काव्यांश के नाम इससे पहले भी एक रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 21 महीने की उम्र में पहला रिकॉर्ड बनाकर 10 सैकेंड में गायत्री मंत्र गाया था। अभिभावकों के मुताबिक यह रिकॉर्ड स्टेट बुक ऑफ अप्रूवल बुक्स में दर्ज है। काव्यांश ने 22 महीने की उम्र में न केवल 10 सैकेंड में गायत्री मंत्र को गाया, बल्कि कई चीजों की पहचान भी की।
काव्याश के पिता का नाम केवल गौतम है तथा माता का नाम संध्या गौतम है। कांव्यांश गौतम अपने माता-पिता की पहली व अभी इकलौती संतान है। काव्याश के पिता के अनुसार लगभग 6 महीने की उम्र से ही कांव्यांश ने अपनी बुद्विमता का परिचय देना आरंभ कर दिया था।
कांव्यांश ने गायत्री मंत्र के साथ-साथ साल भर की ऋतू, सप्ताह के दिन ,अंग्रेजी व हिंदी वर्णमाला, शरीर के 10 अंगों की पहचान, 10 जानवरों व 10 फलो एवं संब्जियों की पहचान और उच्चारण कर इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है। काव्याश की इस प्रतिभा से हर कोई हैरान है। कांव्यांश के पिता सोलन में एक निजी दवा कंपनी में नौकरी करते हैं।
उन्होंने बताया कि कांव्यांश की प्रतिभा का पता उन्हें पहली बार तब पता चला जब बाजार से कोई फल सब्जी लाने पर उसका नाम बताने लगा उसके बाद उसे बाजार ले जाना शुरू किया तो सब्जी की दुकान में हर फल व सब्जी के नाम बताने लगा फिर उन्हें किसी बच्चे द्वारा ऐसे ही रिकॉर्ड बनाने का पता मिडिया के माध्यम से चला।
उसके बाद उन्होंने ऑनलाइन फार्म भरकर स्टेट बुक आफ रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया। उस समय कांव्यांश की आयु एक वर्ष 9 महीने की थी। 18 फरवरी 2022 को कांव्यांश का नाम स्टेट बुक आफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। उसके बाद इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड में कांव्यांश का नाम 29 मार्च 2022 को दर्ज हुआ है।