आवाज़ ए हिमाचल
जी डी शर्मा, राजगढ़
18 फरवरी। कृषि विभाग राजगढ़ की आत्मा परियोजना के सौजन्य से सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पर 2 दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर राजगढ़ विकास खंड के सुरला में लगया गया।
2 दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में राजगढ़ कार्यलय से आत्मा परियोजना के एटीएम अरुण कुमार व मास्टर ट्रेनर राजपाल द्वारा इस योजना के बारे किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण शिविर में सुरला व आसपास के लगभग 50 स्थानीय किसानों ने भाग लेकर जैविक खेती की जानकारी हासिल की। विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा यहां पर उपस्थित सभी किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि इस विधी से खेती करने वाले किसान को किसी भी प्रकार की रासायनिक खाद कीटनाशक खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती है और किसानों को लाखों रुपए की बचत होती है। किसानों को प्राकृतिक खेती में देसी गाय के गोबर व गौमूत्र से बनने वाले जीवामृत, बिजामृत, ब्रह्मास्त्र, दश्पर्णी अर्क, कडू अस्त्र , सप्तधान्य अंकुर अर्क आदि बनाने के बारे में जानकारी दी गई और बताया गया कि इसके साथ साथ इस विधि से खेती करने से उत्पादकता में भी वृद्धि होगी और मार्केट में भी कृषि उत्पादों को किसान को अच्छे दाम मिल पाएगे।
इसके इलावा इस शिविर में हर प्रकार के जैविक स्प्रे व जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण भी किसानों को दिया गया। इसके साथ-साथ प्राकृतिक खेती के लिए सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।