आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला, 4 फरवरी। चीन के बीजिंग में होने वाले विंटर ओलंपिक के लिए देश में तिब्बती समुदाय के लोगों का विरोध जारी है। इसी संदर्भ में कुछ दिन पहले देशभर में आयोजित की गई बाइक रैली के बाद अब मैक्लोडगंज में स्टूडेंट फार तिब्बत ने इस विंटर ओलंपिक के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया है। इसको लेकर मैकलोडगंज के मुख्य चौराहे में स्टूडेंट फार तिब्बत की तरफ से एक विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस प्रदर्शन दौरान चीन द्वारा राजनीतिक तौर पर बंदी बनाए गए कई लोगों की पीड़ा को भी बयां किया गया। उल्लेखनीय है कि धर्मशाला का मैकलोडगंज निर्वासित तिब्बत सरकार का मुख्यालय भी है। यही तिब्बती समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा का आवास भी है और यही से निर्वासित तिब्बत सरकार भी चलती है।
स्टूडेंट फार तिब्बत की तेनजिन पासांग ने बताया कि चीन द्वारा तिब्बत में किए जा रहे अत्याचार किसी से छिपे नहीं हैं। यही कारण है कि आज दुनिया भर में चीन द्वारा आयोजित किए जा रहे विंटर ओलंपिक का विरोध किया जा रहा है। तिब्बत एक ऐसा देश है, जो पर्यावरण की दृष्टि से समूचे विश्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन वहां पहाड़ों से लेकर नदियों को खत्म किया जा रहा है।
यह सब चीजें पूरी दुनिया के लिए घातक हैं। ऐसी में चीन का हर मोर्चे पर विरोध होना चाहिए। इसी दृष्टिगत निर्वासित तिब्बत समुदाय के सभी स्टूडेंट चीन के बीजिंग में होने जा रहे विंटर ओलंपिक का विरोध कर रहे हैं।