आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
16 जनवरी।नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के आह्वान पर पूरे भारत वर्ष में 16 जनवरी को ट्विटर अभियान चलाया गया।एनपीएस एसोसिएशन के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने बताया इस समय उत्तर प्रदेश,गोवा,मणिपुर,पंजाब,उत्तराखण्ड में चुनाव की घोषणा हो गई है, जिसके लिए सभी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पार्टियाँ भी अपना घोषणा पत्र जारी कर रही हैं।
इसी क्रम में NMOPS द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर ट्विटर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था।इस अभियान का मुख्य लक्ष्य सभी राजनीतिक दलों तक अपनी पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को पहुंचना था,जो राजनीतिक दल पुरानी पेंशन को घोषणा पत्र में रखेगा कर्मचारी भी उसका साथ देंगे।प्रदीप ठाकुर ने बताया की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आह्वान पर आज नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश ने भी टि्वटर अभियान में हिस्सा लिया और पूरे हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों द्वारा *डेढ़ लाख* से भी अधिक ट्वीट किए गए,जबकि पूरे भारतवर्ष में 10 लाख से भी अधिक ट्वीट किए गए।अहम यह है कि *#VoteforOps* आज दिन भर नम्बर एक ट्रेंड किया।
प्रदीप ठाकुर ने इस मुहिम को सफल बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश के सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया ।#VoteforOps के साथ साथ कर्मचारियों ने अलग-अलग स्लोगन लिखकर सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध जताया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपना संघर्ष हर तरह से जारी रखेंगे।वर्तमान दौर में सोशल मीडिया भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।कर्मचारी अपना आंदोलन सोशल मीडिया के माध्यम से भी इसी तरह तेज करते रहेंगे।उन्होंने कहा कि आज ट्विटर पर उनका मुद्दा नंबर वन ट्रेन कर रहा है जो कि सोशल मीडिया पर कर्मचारियों की ताकत को दिखाता है।
सरकार को जल्द से जल्द पुरानी पेंशन बहाल कर देनी चाहिए, अन्यथा चाहे सोशल मीडिया हो या जमीनी संघर्ष अब कर्मचारी पीछे हटने वाले नहीं,क्योंकि नेता खुद तो लाखों में पेंशन ले रहे हैं और कर्मचारियों को दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर किया जा रहा है।
जो पैसा कर्मचारियों का जबरदस्ती काटा जा रहा है उसे काटना जल्द बंद किया जाए, जो सरकारी पैसा कंपनी को दिया जा रहा है उस पैसे को कंपनी को देना बंद करें और वह पैसा समाज की भलाई के लिए लगाया जाए,अन्यथा इस तरह सोशल मीडिया और जमीनी संघर्ष से सरकार को कर्मचारियों का विरोध झेलते रहना पड़ेगा।प्रदीप ठाकुर ने कहा कि कर्मचारियों ने अब मन बना लिया है पुरानी पेंशन बहाली तक वह पीछे नहीं हटने वाले।