आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम चंबियाल,धर्मशाला
15 जनवरी।हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के निजी शिक्षण संस्थानों में निरीक्षण करते हुए खामियों के बदले लाखों रुपये की वसूली करने पर राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी (विजिलेंस) ब्यूरो धर्मशाला की टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये चारों लोग राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेश के निजी क्षेत्र में संचालित अध्यापक प्रशिक्षण संस्थानों का निरीक्षण करने के लिए आए हुए थे।
इनमें से दो लोगों को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते क्षत्रिय कॉलेज ऑफ एजूकेशन इंदौरा में रंगे हाथ पकड़ा गया है, जबकि गगल के एक होटल में ठहरे दो लोगों को अलग से 11.48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार विजिलेंस ब्यूरो धर्मशाला को एक गुप्त सूचना मिली कि गगल के एक निजी होटल में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की टीम के दो कर्मी ठहरे हुए हैं। इन कर्मियों ने क्षेत्र के चार शिक्षण संस्थानों का दौरा किया था।
इस दौरान इन कर्मियों ने शिक्षण संस्थानों में खामियां मिलने पर इनसे पैसों की वसूली की है। विजिलेंस की टीम ने गगल के होटल में दबिश देकर वहां ठहरे महिला व पुरुष कर्मी से 11.48 लाख रुपये की नकदी बरामद कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
होटल में पकड़े गए आरोपियों की पहचान संजीव कुमार निवासी अलीगढ़, उत्तर प्रदेश व महिला कर्मी काव्या दुबे झांसी, मध्य प्रदेश के रूप में हुई है।
वहीं, एक अन्य मामले में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से निरीक्षण करने पहुंची एक अन्य टीम को कांगड़ा जिले के क्षत्रिय कॉलेज ऑफ एजूकेशन इंदौरा में दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान डॉ. सीमा शर्मा निवासी भवानी नगर मेरठ (यूपी) और डॉ. महेश प्रसाद जैन निवासी शिवाजीनगर भोपाल (मध्य प्रदेश) के रूप में हुई है। विजिलेंस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो, धर्मशाला के एसपी बलबीर सिंह ने बताया कि विजिलेंस ने गुप्त सूचना के आधार पर अध्यापक प्रशिक्षण संस्थानों के निरीक्षण पर निकली दो टीमों के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो लोगों को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। वहीं इनके पास कितना पैसा है, उसकी जांच चल रही है। वहीं दूसरी ओर गगल के एक निजी होटल में ठहरे दो लोगों से 11.48 लाख रुपये बरामद किए हैं।