आवाज़ ए हिमाचल
मनीष कोहली ( शाहपुर )
20 नवंबर। केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैंसला कर लिया। इस फैंसले के बाद कांग्रेस पार्टी के नेताओं में खुशी की लहर दौड़ गयी है। कांग्रेस समेत अन्य पार्टी के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वहीं महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव रेणु बजवारिया ने कहा है कि यह कांग्रेस की जीत है। तीनों कृषि कानून पहले ही वापस हो जाने चाहिए थे। सरकार ने इसे वापस लेने में देरी की। देर आए दुरुस्त आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि काले कानून को वापस लेने का निर्णय पर रेणु बजवारिया ने
कहा कि इस काले कानून के विरुद्ध किसान आंदोलनरत थे। इस आंदोलन में सैकड़ों किसानों ने अपना बलिदान दिया। आंदोलन के समर्थन में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ किसान समर्थित सामाजिक संगठनों एवं विभिन्न पार्टियों ने अपना समर्थन दिया। अंततः इस आंदोलन के आगे केंद्र सरकार को घुटने टेकने पड़े। यह जीत निश्चित रूप से देश के किसानों, देश की जनता एवं लोकतंत्र की जीत है। किसानों की इस ऐतिहासिक जीत ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत में कभी भी तानाशाही नीति हावी नहीं हो सकती।