आवाज़ ए हिमाचल
17 अक्टूबर।रविवार रात 12 से सोमवार 12 बजे तक सड़कों पर निगम की बसें नहीं चलेंगी। लोकल रूटों पर भले ही निजी बसें चलती रहें, लेकिन लंबे रूट पर बस सेवाएं बाधित रहने से लोगों को परेशानी होगी। एचआरटीसी के बेड़े में 3350 बसें हैं। इसमें 2800 बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं। एचआरटीसी के कर्मचारी मुख्यालय समेत अन्य यूनिटों में प्रदर्शन करेंगे। चालकों-परिचालकों के अलावा अन्य स्टाफ भी हड़ताल में शामिल रहेगा।
हिमाचल परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति का कहना है कि 14 सितंबर को निगम प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस दिया था। बावजूद कर्मचारियों की मांगों को अनसुना किया। अब हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। समिति के सचिव खेमेंद्र गुप्ता ने कहा कि कर्मचारियों का महंगाई भत्ता, ओवरटाइम, पेंशन, ग्रेच्युटी, कंप्यूटेशन, लीव एनकैशमेंट, जीपीएफ, मेडिकल रिवर्समेंट, डीए, आईआर बकाया है। यह सब मिलाकर करीब 582 करोड़ रुपये का भुगतान कर्मचारियों का देय बनता है। इसके चलते प्रदर्शन किया जा रहा है।
ये हैं कर्मचारियों की मांगे….
* एचआरटीसी को रोडवेज का दर्जा देना
* भ्रष्टाचार से संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना
* पीस मील कर्मचारियों को एकमुश्त अनुबंध पर लाना
* चालकों को पूर्व की भांति 9880 का आरंभिक वेतनमान
* परिचालकों को आरंभिक वेतनमान एवं एपीसी स्कीम का लाभ
* निगम में खाली पड़े पदों को भरना
* वेट लीज पर चल रही बसें बंद करना
* पेंशन के लिए बजट का प्रावधान करना
* पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करना
* निजी रूट परमिट देने पर पूर्ण रोक
हिमाचल से बाहर भी नहीं जाएंगी बसें
बाहरी राज्यों के लिए रात 12 बजे के बाद बसें नहीं चलेंगी। इसी तरह दिल्ली, पंजाब, हरियाणा से हिमाचल प्रदेश में आने वाली बसें भी नहीं आएंगी। इस संबंध में बाहरी राज्यों को जाने वाले चालक-परिचालकों को अवगत कराया दिया गया है।
लोग तीन दिनों की छुट्टियों व दशहरे के चलते घर गए हैं। ऐसे में सभी अब सोमवार को अपने-अपने कार्यालयों को आएंगे। ऐसे में दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले लोगों को परेशानी आएगी।