आवाज़ ए हिमाचल
महेंद्र सिंह,सैंज(कुल्लू)
22 सितंबर।इंसान में अगर कुछ कर गुजरने की चाह हो तो पूरी कायनात उसे हासिल करने में लग जाती है। सैंज घाटी की यान दासी ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। बंजार उपमंडल की रैला पंचायत के शरण गांव के एक साधारण परिवार से संबंध रखने वाली यान दासी ने स्कूल में पढ़ाई के दौरान लघुनाटिका में वकील का रोल निभाया। इसका उनके मन पर इतना असर हुआ कि वह वकील बनने की ठान ली। यान दासी ने दसवीं तक की पढ़ाई सीनियर सेकेंडरी स्कूल रैला से की। अब हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र धर्मशाला से यान दासी एलएलबी यानी वकालत की पढ़ाई कर वकील बन गई हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि अच्छी न होने के कारण वकालत करवाना स्वजन के लिए संभव नहीं था। बेटी की जिद और उसके हौसले को देखकर माता-पिता ने उसके सपने को पूरा करने का मन बनाया। यान दासी के पिता रती राम भेड़ बकरियों को चराते थे, जबकि माता नाकु देवी गृहिणी हैं। यान दासी ने बताया कि परिवार व अध्यापकों के मार्गदर्शन की बदौलत उनकी वकालत की पढ़ाई पूरी हो गई।
उधर यान दासी की माता नाकु देवी व भाई लोतम राम ने बताया कि यान दासी पहली कक्षा से वकालत तक कभी फेल नहीं हुई और घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के बावजूद परिवार ने बेटी की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी और उन्हें खुशी है कि आज उनका सपना साकार हुआ।पंचायत प्रधान खिला देवी ने कहा कि रैला पंचायत की यानदासी साधारण परिवार से है। गरीब घर की लड़की ने वकालत की पढ़ाई उत्तीर्ण करके पंचायत का नाम रोशन किया है। इससे क्षेत्र के युवाओं को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।