दो वक्त की रोटी के लिए पिता करते थे रुलेहड़ से शाहपुर तक का पैदल सफर,बेटे ने लेक्चरर बनकर किया क्षेत्र नाम रोशन

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आवाज़ ए हिमाचल

तरसेम जरियाल,बोह

22 सितंबर।जिंदगी में कुछ भी कर गुजरने के लिए कड़ी मेहनत और लगन का होना बहुत जरूरी है। इस बात को सही साबित किया है शाहपुर की रुलहेड पंचायत के गरीब परिवार से संबंध रखने वाले करनैल सिंह ने,जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत व लगन से लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा को पास की है तथा उनका चयन पोलिटिकल साईंस के लेक्चरर पद के लिए हुआ हैं।करनैल की इस उपलब्धि पर शाहपुर के धारकंडी क्षेत्र में खुशी की लहर है। करनैल सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता,गुरूजनों व सगे भाइयों को दिया है।
करनैल सिंह सपुत्र भानी राम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बोह से तथा 12वीं कक्षा की पढ़ाई राजकीय वारिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दारिणी से की है।उन्होंने बीए की पढ़ाई राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला से की तथा वीएड हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय शिमला से की हैं ।
बीएड करने के बाद करनैल सिंह ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के रिजनल सेंटर धर्मशाला से पोलिटिकल साईंस में एमए की,जिसके बाद लोकसेवा आयोग की परीक्षा पास कर करनैल सिंह का चयन पोलिटीकल साईंस लेक्चरर के पद पर हुआ। वहीं, वर्तमान में वे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मनहूता सिहुंता में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
करनैल सिंह ने बताया कि उनके पिता ने काफी गरीबी झेली हैं वे सफेद मिट्टी का मकोल बोरी में भरकर बोह से शाहपुर तक कंधे पर उठाकर पैदल
ले जाते थे तथा उससे जो राशि अर्जित होती उससे वे अनाज ख़रीदकर शाम को पैदल ही घर वापस पहुंचते थे। भाइयों ने काफी मेहनत की धीरे-धीरे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरती गई।उन्होंने कहा कि उनके सगे भाइयों का काफी सहयोग रहा है। दोस्त जब उनके भविष्य के बारे में पूछते थे तो उन्हें यही कहते थे कि वे सिर्फ लेक्चरर ही बनना चाहते है अन्यथा मनरेगा में दिहाड़ी लगाकर गुजारा करेंगे।उन्होंने कहा कि उनकी सफलता पर माता पिता व भाई बेहद खुश हैं।वहीं, करनैल सिंह ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरूजनों व सगे भाइयों को दिया है।

 

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