आवाज़ ए हिमाचल
27 जुलाई । केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का पिछले आठ महीने से आंदोलन जारी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तरह ही लखनऊ के रास्ते भी चारों तरफ से सील होंगे। इसकी तैयारी की जाएगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि लखनऊ को भी दिल्ली बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आठ महीने आंदोलन करने के बाद संयुक्त मोर्चा ने फैसला किया है कि हम उत्तराखंड उत्तर प्रदेश पंजाब और पूरे देश में जाकर किसानों से अपनी बात रखेंगे और सरकार की नीति व काम को लेकर बात करेंगे।
पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ी पंचायत होगी। किसानों की सरकार से मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। इसके अलावा न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनाया जाए। सरकार ने साफ कर दिया है कि कानून वापस नहीं लेंगे लेकिन जरूरी संशोधन करने के लिए तैयार हैं।