आवाज ए हिमाचल
03 जून। सब कुछ सामान्य रहा तो आगामी एक साल में हरियाणा के अलग-अलग स्थानों पर 50 कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में धान और गेहूं के सीजन में हर बार फसलों के अवशेषों को जलाया जाता है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से सरकार गंभीर है और किसानों को इसके लिए जागरूक कर रही है। साथ ही फसल अवशेष जलाने पर एफआईआर तक दर्ज की जा रही हैं।
इसी बीच हरियाणा सरकार ने प्रदेश को अलग-अलग क्लस्टर में बांटकर कुल 265 कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है। सरकार की ओर से इन लोगों को रजामंदी का पत्र भी जारी किया जा चुका है। इन प्लांटों से निकलने वाली 3212 मिलियन मीट्रिक टन गैस को पेट्रोलियम कंपनियां खरीदेंगी और इसका इस्तेमाल वाहनों में पेट्रोल-डीजल के विकल्प के तौर पर किया जाएगा। इससे न केवल पराली का समाधान होगा, बल्कि प्रदूषण भी कम होगा।