आवाज़ ए हिमाचल
26 जून । कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने पहले ही भारत समेत दुनिया के कई तबाही मचा रखी थी परन्तु अब इसका डेल्टा प्लस वैरिएंट भी सामने आ गया है। खतरे की आशंका ने सरकार को चिंता में डाल दिया है। पूरी दुनिया में डेल्टा प्लस वैरिएंट के अभी तक 200 से ज्यादा केस सामने आए हैं इनमे भारत के 50 मामले भी शामिल हैं।
कोरोना वायरस के वैरिएंट की पहचान की पुख्ता प्रणाली होने के बावजूद उससे होने वाले खतरे का पता लगाना बड़ी चुनौती है। किसी वैरिएंट के प्रभाव का पता लगाने में तीन से चार महीने का समय लग जाता है तब तक वह खतरनाक रूप धारण कर चुका होता है।