आवाज ए हिमाचल
02 जून। वन विभाग की विभागीय गतिविधियों को बढ़ाने तथा कार्यों पर निगरानी रखने के लिए विभाग के सूचना तंत्र को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा। वनों में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए प्रथम चरण में शिमला, धर्मशाला तथा मंडी में तीन नए आईटी कंट्रोल रूम खोले जाएंगे तथा चरणबद्ध तरीके से अन्य जिलों में भी ऐसे आईटी कंट्रोल रूम स्थापित करने के प्रयास किये जाएंगे।
यह बात वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने मंगलवार को नूरपुर (मलकवाल) से वर्चुअल माध्यम से वन विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ राज्य स्तरीय बैठक के दौरान कही। बैठक के उपरांत उन्होंने बताया कि विभागीय स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से आईटी मैनेजमेंट की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें विभागीय कार्यों को आधुनिक तरीके से चलाने में मदद मिल सके। राकेश पठानिया ने बताया कि वन विभाग द्वारा अपनी एक अलग ऐप तैयार की जा रही है, जिसके द्वारा फील्ड में तैनात विभागीय स्टाफ को जीपीएस के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
विभागीय नर्सरियों की देखरेख को अलग विंग वन मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा वन नर्सरियों की उचित देखरेख तथा नई इकाइयां स्थापित करने के लिए तीन माह के भीतर एक अलग विंग बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में नई किस्म के प्लांट तैयार कर विभागीय आमदन को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन नर्सरियों में पानी की उचित व्यवस्था करवाने के लिए स्टोरेज टैंक बनवाए जाएंगे। स्थानीय लोगों के साथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय को बढ़ाने तथा स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उन्हें इस कार्य से जोड़ने के भी विभाग द्वारा प्रयास किए जाएंगे।