आवाज ए हिमाचल
31 मई। हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी ने करीब 6.5 लाख बागवानों की कमर तोड़ दी है। बागवानों को 254.3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अकेले अप्रैल और मई में ही बागवानी फसलों को 26 करोड़ रुपये की चपत लगी है। हालांकि, इसमें अभी प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति, किन्नौर और चंबा में हुए नुकसान का आंकड़ा भी जुड़ना है। जल्द ही इन तीनों जिलों की रिपोर्ट भी आ जाएगी, जिसके बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपी जाएगी।
अभी तक की रिपोर्ट में राज्य में प्राकृतिक आपदा से कुल 27171.76 मीट्रिक टन फलों को नुकसान का उल्लेख किया गया है। इसके अलावा 17102.964 हेक्टेयर क्षेत्र 33 फीसदी से कम जबकि 8136.95 हेक्टेयर क्षेत्र 33 फीसदी से ज्यादा प्रभावित बताया गया है। बागवानी निदेशक जेपी शर्मा ने बताया कि तीन जिलों से नुकसान की रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही सरकार को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बागवानी विभाग की पहली रिपोर्ट में प्रदेश में बागवानी क्षेत्र को करीब 85 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया गया था। मंत्रिमंडल की पिछली बैठक में रिपोर्ट पर कई सवाल उठे थे, जिसके बाद नए सिरे से विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। जिलों में बागवानी विभाग के उप निदेशकों के नेतृत्व में एसडीएम, बीमा कंपनियों और बागवानों के प्रतिनिधियों को शामिल कर कमेटियां गठित की गई थीं। इन कमेटियों को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सरकार के पास भेजने के लिए कहा गया था।