आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर
17 मई।कोरोना संकट में लोगों की बात तो छोड़ों, अपने ही अपनों से किनारा कर रहे हैं। लोगों के मन में इस महामारी के प्रति फैलाई गई भ्रांतियों के कारण बीमारी से ज्यादा समाज में अपनों की दूरियों का ख़ौफ ज्यादा सता रहा था। प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन के कोरोना संक्रमित परिवारों की हर मदद के लिए उनके साथ खड़े होने से जहां उनकी हर समस्या का समाधान सुनिश्चित हुआ है वहीं इस महामारी की लड़ाई में अपनी जिंदगी की जंग हारने वाले लोगों की अंतिम विदाई भी पूरे सम्मान के साथ सुनिश्चित हो रही है ।
प्रदेश सरकार के इन्ही प्रयासों से अपनों के साथ समाज के अन्य लोग भी भय को त्याग कर संकट की इस घड़ी में मदद के लिए अपने हाथ बढ़ा रहे हैं।
आज सोमवार को नूरपुर उपमंडल की चरुड़ी पंचायत के मैहटा गांव की 51 वर्षीय महिला जिनका कोरोना संक्रमण के कारण सेना अस्पताल जालंधर में निधन हो गया था के शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत प्रशासन व परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में अंतिम विदाई दी गई। उनके शव को उनके गांव में पूरे सम्मान के साथ दफना दिया गया।
इस दौरान एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, बीडीओ डॉ रोहित शर्मा, परिवार व पंचायत के सदस्यों सहित भाजयुमो के प्रदेश सचिव भवानी पठानिया भी उपस्थित रहे।एसडीएम ने जानकारी दी कि इस महिला का निधन जालंधर में होने की सूचना प्रशासन को मिली तो उनके शव को उनके पैतृक गांव लाने हेतु सभी औपचारिकताएं पूर्ण करवाई गईं।
उन्होंने बताया कि इस महिला के अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन द्वारा पीपीई किट उपलब्ध करवाई गई तथा पूरे कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार की रस्म निभाई गई। उन्होंने बताया कि कोविड के कारण जिन मरीजों की मौत हो रही थी तो प्रशासन के साथ केवल गिने चुने लोग ही मदद के लिए आगे आ रहे थे परंतु प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब न केवल परिवार के सदस्य बल्कि समाज के अन्य लोग भी आगे आने लगे हैं ।