आवाज़-ए-हिमचल
9 नवम्बर : पैराग्लाइडिंग की विख्यात घाटी बीड़ बिलिंग में नई मंजिल नई राहें के अंतर्गत सरकार सात करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है, जिसके चलते यहां पर पर्यटन विभाग द्वारा टूरिस्ट विलेज, इस साइट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए हम प्रयासरत हैं।
यह बात वन मंत्री राकेश पठानिया ने बैजनाथ के विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। इस मौके पर बैजनाथ के विधायक मुलखराज प्रेमी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि बिलिंग की टेक ऑफ साइट पर रबड़ की टाइल बिछाने के टेंडर हो चुके हैं, जिसके चलते टेक ऑफ साइट का प्रारूप बदल जाएगा।
उन्होंने बताया कि यही नहीं नई मंजिल नई राहें के तहत बीड़ से बिलिंग तक जाने वाले रास्ते को भी बनाने हेतु एवं जगह-जगह आधुनिक शौचालय के निर्माण करवाने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया की जा रही है , जिसे वन विभाग करवा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। विभाग सात करोड़ रुपए खर्च करने जा रहा है।
साथ में लैंडिंग साइट क्योर में भी आधुनिक कैफे साथ में अंडरग्राउंड पार्किंग के साथ शौचालय का भी निर्माण करवाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 200 गाडि़यों के खड़ा करने के लिए अतिरिक्त पार्किंग का निर्माण भी नहीं मंजिल नहीं राहें के तहत क्योर में शीघ्र ही शुरू हो जाएगा।
खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि दीपावली के बाद दो दिवसीय दौरे पर वह बीड़ बिलिंग आएंगे व उस समय इस घाटी को विकसित करने के लिए जो भी हमारी योजनाएं हैं उन पर विचार-विमर्श कर करेंगे। इस मौके पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए पत्र प्रश्न के जवाब में वन मंत्री ने कहा कि होली-उत्तराला सड़क के मसले को इस साल हल कर लिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट में यह मामला फंसा है और हमें उम्मीद है कि इस साल यह हल हो जाएगा, जिसके चलते हिमाचल प्रदेश को बहुत बड़ा तोहफा मिलेगा। उसके बाद उत्तराल-होली सड़क निर्माण को गति प्रदान की जाएगी।
बैजनाथ की बरसों से खंडहर बनती जा रही फाइबर बोर्ड फैक्टरी के बारे पूछने पर मंत्री ने बताया कि इस फैक्टरी में जहां पर लकड़ी का डिपो बनाया गया था को भी सुचारू रूप से चलाने के प्रयास सरकार करेगी।