आवाज ए हिमाचल
05 मई। कोरोना की रोकथाम के लिए अनेकों प्रयास जारी हैं परन्तु संकट की इस घड़ी में सरकार बायोमेट्रिक मशीनों का उपयोग बंद करवाना भूल गई । प्रदेश के राशन डिपुओं में बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से राशन दिया जा रहा है जिसके चलते कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है। यदि गलती से कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति किसी डिपु में अपना अंगूठा लगा कर राशन ले गया तो वहां कोरोना विस्फोट निश्चित है । ऐसी स्तिथि पर काबू पाना सरकार, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के लिए किसी चुनोती से कम नहीं होगा ।
जहां वर्तमान में पूरा देश वैश्विक कोरोना महामारी के डर के साये में जी रहा है, वहीं इस बीमारी की रोकथाम के लिए अनेक दिशा-निर्देश देने व एसओपी जारी करने के साथ सरकार करोड़ों रुपये भी खर्च रही है परन्तु कहीं एक छोटी सी भूल भविष्य का पछतावा न बन जाए, इसलिए सरकार को तुरंत बायोमेट्रिक मशीन के उपयोग की जगह कोई वैकल्पिक व्यवस्था बना लेनी चाहिए। अब तो जनता भी कहने लगी है कि डिपुओं में राशन लेते समय हर कोई इस बायोमेट्रिक मशीन को छू रहा है और इससे भी हैरानी की बात यह है कि मशीन को सैनेटाइज तक करने की डिपुओं में कोई सुविधा नहीं हैं जिसके चलते कोरोना महामारी के फैलने की अधिक आशंका बनी हुई है। लोग राशन डिपुओं में जाने से भी कतराने लगे हैं। अतः सरकार को तुरंत इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे जिससे कोरोना का भय भी न रहे और लोग बिना किसी डर के डिपुओं में राशन ले सकें ।