मतदान के लिए पश्चिम बंगाल ने चुना ईद का दिन

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आवाज ए हिमाचल

21 अप्रैल। चुनाव आयोग के ईद के दिन मतदान कराने के फैसले के बाद तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने चुनाव आयोग के इरादे पर सवाल किया है और चुनावी पैनल पर मुस्लिमों के खिलाफ पक्षपाती होने का आरोप लगाया है। विपक्षी पार्टियों के आरोप पर भाजपा ने पलटवार किया और कहा कि बीहू और चिथिरई के दिन भी मतदान हुए हैं। पश्चिम बंगाल में मस्जिद समिति की सबसे बड़ी संस्था बंगाल इमाम एसोसिएशन ने मंगलवार को चुनाव आयोग से अपील की कि वो समशेरगंज विधानसभा सीट पर ईद के कम से कम तीन दिन बाद मतदान की तारीख रखें। यहां कांग्रेस उम्मीदवार रेजाउल हक की मौत के बाद चुनाव होने हैं।.बता दें कि रेजाउल हक के कोविड 19 संक्रमित होने के बाद उनकी पिछले गुरुवार को मौत हो गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याहिया ने कहा कि 14 मई या उससे एक दिन पहले 13 मई को ईद का त्योहार मनाया जाएगा। ये निर्भर करता है कि चांद कर दिखेगा। उन्होंने चुनाव आयोग को सलाह दी है कि मुर्शिदाबाद के समशेरगंज विधानसभा सीट पर ईद के तीन बाद मतदान होने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां मुस्लिम वोटर्स बहुमत में हैं।


ममता दीदी ने चुनाव आयोग से की अपील
वहीं मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से अपील की कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल के बाकी के तीन चुनाव एक ही दिन या दो दिन में करवा लें। बता दें कि देश में कोरोना वायरस का कहर तेजी से फैल रहा है।

ममता ने कहा तीनों चरण के चुनाव एक ही दिन करे चुनाव आयोग 
दिनाजपुर की एक रैली में ममता बनर्जी ने कहा कि मैं हाथ जोड़कर चुनाव आयोग से अनुरोध करती हूं कि अगले तीन चरण के चुनाव एक ही दिन कर दिए जाएं। अगर एक ही दिन ये संभव नहीं है तो इसे दो दिन में पूरा किया जाए और एक दिन बचाया जाए। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि आपसे अनुरोध है कि भाजपा क्या कहती है, इस आधार पर फैसला मत लीजिए।

 

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