आवाज ए हिमाचल
19 अप्रैल। देशभर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच ऑक्सीजन की भारी किल्लत सामने आ रही है। कई राज्य पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं होने की शिकायत कर रहे हैं। इन सबके बीच केंद्र सरकार ने कहा कि राज्यों को ऑक्सीजन की मांग पर नियंत्रण में रखना चाहिए। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि राज्यों से ऑक्सीजन की मांग आ रही है। मैं बताना चाहता हूं कि राज्य सरकारों को ऑक्सीजन की मांग को काबू में करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मांग पक्ष का मैनेजमेंट ज्यादा जरूरी है, आपूर्ति पक्ष के मैनेजमेंट से । उन्होंने इस पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना पर नियंत्रण रखना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है।
हालांकि ऑक्सीजन की आपूर्ति जल्द की जाएगी। केंद्र सरकार ग्रीन कॉरिडोर बनाकर राज्यों में ऑक्सीजन सप्लाई करेगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जीवन रक्षक उपकरण ऑक्सीजन की भारी मांग है। सरकार वहां आपूर्ति करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए केंद्र सरकार दिन रात काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 18-19 घंटे काम कर रहे हैं।
बता दें कि राज्यों में ऑक्सीजन गैस की किल्लत के बीच केंद्र सरकार ने 12 राज्यों को सप्लाई करने का फैसला किया है। इस दौरान सरकार ने 9 कोर सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों ऑक्सीजन सप्लाई नहीं करेगी। पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार का यह फैसला अस्पतालों में कम पड़ रही ऑक्सीजन को पूरा करने के लिए लिया गया है। पीयूष गोयल ने बताया कि 12 राज्यों के साथ चर्चा की गई है। अलग-अलग राज्यों में 6177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले भारत में हर दिन 1000 से 12000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत हो रही थी। लेकिन कोरोना के 15 अप्रैल को 4795 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का इस्तेमाल हुआ है।