आवाज़ ए हिमाचल
13 अप्रैल। असम के सिलचर सेक्टर स्थित मालेगढ़ में लगे बाड़ के करीब गांव में रह रहे भारतीय नागरिक का बांग्लादेश के अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया। वह लकड़ियां एकत्र करने जंगल गया था। ग्रामीणों ने बताया कि उसे खींचकर बांग्लादेश के इलाके में ले जाया गया। अपहृत नागरिक की रिहाई के लिए सीमा सुरक्षा बल ने मंगलवार को इस मामले पर बांग्लादेश सीमा सुरक्षा जवानों के साथ मीटिंग की। सिल्चर सेक्टर के मालेगढ़ में बार के पास लाटूकांडी गांव निवासी 21 वर्षीय अयनुल रहमान को 12 अप्रैल को बांग्लादेश के कुछ अज्ञात लोगों ने उठा लिया।
यह जानकारी BSF ने दी। उन्होंने आगे बताया, ‘अयनुल रहमान लकड़ी इकट्ठा करने जंगल गए थे। देर शाम जब वे वापस अपने घर नहीं पहुंचे तब परिजनों ने तलाशी शुरू की। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ बांग्लादेशी उन्हें अपने इलाके में ले गए। इस काम में बांग्लादेश की सीमा में बसे गांव अपर बेनानी के ग्रामीणों ने की।’बांग्लादेश की ओर से हो रही इस तरह की आपत्तिजनक गतिविधियों के कारण ही असम के धुबरी जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ धारा 144 लगा दी गई। धुबरी जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय के आदेश ने सार्वजनिक और वाहनों के सदस्यों के साथ-साथ धुबरी जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्रों के 500 मीटर बेल्ट के भीतर प्रतिबंध लगा दिया। बता दें कि भारत-बांग्लादेश सीमा 4,156 किलोमीटर लंबी है।
हाल में ही सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने संयुक्त प्रयास से एक लापता भारतीय लड़की को ढूंढ़ निकाला। पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले की रहने वाली मोहिनी सरदार (15 साल) बांग्लादेश के सतखीरा के रहने वाले युवक जकीरुल दलाल के साथ कथित तौर पर भाग गई थी।दक्षिण एशिया में बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है। भारत ने कई बांग्लादेशी उत्पादों के लिए शुल्क-मुक्त व्यापार की पेशकश की है। दोनों देशों के बीच विकास के मोर्चे पर सहयोग रहा है। भारत ने सड़क, रेलवे, पुल और बंदरगाहों के निर्माण के लिए बांग्लादेश को तीन लाइन ऑफ़ क्रेडिट के माध्यम से आठ बिलियन डॉलर की राशि दी है।