आवाज ए हिमाचल
03 मार्च। परागपुर के नक्की खड्ड में लगाए जा रहे कोलतार प्लांट के विरोध में परागपुर, अप्पर परागपुर, बलियाणा व मूहीं पंचायतें उतर आई हैं। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर में भी शिकायत दर्ज करवाई गई है। परागपुर पंचायत की सीमा पर बणी पंचायत के तहत राजस्व गांव डांगड़ा के तहत मलकीयती खड्ड पर कोलतार का प्लांट लगाया जा रहा है। नक्की के बाशिंदों सहित साथ लगती जमीन के मालिकों ने अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए एसडीएम देहरा को एक ज्ञापन भी सौंपा था। साथ ही नक्की निवासी ने सीएम हेल्पलाइन में भी इस बाबत शिकायत दर्ज करवाई थी।जिस पर वरिष्ठ पर्यावरण अभियंता डॉ. आरके नड्डा ने संज्ञान लेते हुए कोलतार प्लांट लगाने वाले व्यक्ति को 18 फरवरी 2021 को शो कॉज नोटिस अंडर वाटर (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ पॉल्युशन) एक्ट 1974 और एयर एक्ट 1981 के तहत देकर जवाब मांगा है।
नोटिस में यह भी चेताया गया है कि यदि कोलतार प्लांट लगाने वाले व्यक्ति ने प्रदूषण नियंत्रण कंट्रोल बोर्ड के नियम अनुसार कार्य न किया तो बोर्ड कानूनी कार्रवाई करेगा और उसका जिम्मेवार वह स्वयं होगा।वहीं साथ लगती चारों पंचायतों ने जो प्रस्ताव विरोध में पारित किए हैं उसमें लिखा गया है कि प्रस्तावित कोलतार प्लांट राजकीय अस्पताल परागपुर के बिल्कुल समीप है और 33 केवी सबस्टेशन, जल शक्ति विभाग का मंडल कार्यालय, गैस एजेंसी, विद्युत परिषद का कार्यालय और विकास खंड परागपुर का कार्यालय भी कुछ ही दूरी पर हैं। साथ में घनी आबादी भी है और चारों पंचायतों के लोगों को यह प्लांट सबसे अधिक प्रभावित करेगा। इसलिए उक्त प्लांट काे नक्की में नहीं लगाया जाए। इन पंचायतों ने उक्त प्रस्ताव आगामी कार्रवाई के लिए एसडीएम देहरा को सौंप दिए हैं।वहीं बणी पंचायत के लोग भी प्लांट लगाए जाने के विरोध में है। इन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला व उपमण्डल प्रशासन से आग्रह किया है कि लोगों के स्वाथ्य को ध्यान में रखकर उक्त कोलतार के प्लांट को जल्द से जल्द बंद करने के आदेश दिए जाएं।