आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
25 फरवरी।राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ प्रकाश दरोच ने बताया कि वर्ष 2020 में 713 टीबी के मरीजों को साधारण टीबी की दवाई के लिए पंजीकृत किया गया है तथा 28 व्यक्तियों को दवा प्रतिरोधक टीबी के लिए पंजीकृत किया गया है और इन सबका मुफ्त इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने टीबी रोगियों की सहायता के लिए निक्षय पोषण योजना आरम्भ की है जिसके तहत प्रत्येक टीबी रोगी को पोषण हेतु प्रतिमाह 500 रुपये दिए जा रहे हैं।
इस योजना के तहत वर्ष 2020 में 664 लाभार्थीयों को लाभान्वित किया गया। इसके अतिरिक्त डीआरटीबी के मरीजों को 1500 रुपये प्रतिमाह की राशि पोषण आहार के लिए वितरित की गई और वर्तमान में भी ये लाभ दिए जा रहे है। उन्होंने बताया कि जिला में बलगम के नमूनों की जांच 15 स्वास्थ्य केद्रों में मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। रीजनल आयुर्वेदिक अस्पताल बिलासपुर और आयुर्वेदिक अस्पताल कंदरौर में नये बलगम के जांच केंद्र शुरु कर दिए हैं, यहां पर कोई भी बलगम की जांच करवा सकता है।
उन्होंने बताया कि इन सेंटरों में अत्याधुनिक तकनीक वाले माइक्रोस्कोप स्थापित किए गए हैं। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए सहयोग करें। उन्होंन कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह या इससे अधिक दिन से खांसी हो, हल्का बुखार, भूख कम होना और वजन कम हो तथा बलगम में खून आए तो तुरन्त नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच अवश्य जाएं और मुफ्त इलाज करवाएं।