आवाज़ ए हिमाचल
17 फरवरी।मध्य प्रदेश के सीधी जिले में रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में मंगलवार को बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। यहां यात्रियों से भरी एक बस पुल से नहर में गिर गई, जिससे 42 लोगों की मौत हो गई है। हादसे के बाद सात लोग तैरकर नदी से बाहर आ गए। सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 6 बजे रवाना हुई बस से कोई परीक्षा देने निकला था कोई अपने घर जा रहा था। लेकिन यह उनके लिए आखिरी सफर साबित हुआ। सतना जिला मुख्यालय पर रेलवे और नर्सिंग से संबंधित परीक्षा में शामिल होने के लिए कई स्टूडेंट भी इस बस से जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों में कई छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक हैं। रास्ते में एक घाटी पर जाम की स्थिति के कारण बस निर्धारित रूट की बजाए नहर के किनारे वाले रास्ते से ले जाई जा रही थी। किसी वाहन को ओवरटेक करने के दौरान बस अनियंत्रित होकर नहर में समा गई। हादसा सुबह 7-8 बजे के बीच हुआ। कम से कम 30 फीट चौड़ी नहर में दुर्घटना के वक्त कम से कम 20 फीट ऊंचाई तक पानी भरा हुआ था। राहत और बचाव कार्य प्रारंभ कराने के लिए तत्काल प्रशासन सक्रिय हुआ और क्रेन बुलाने के साथ ही बाणसागर बांध जलाशय से पानी की निकासी बंद कराई गई। बांध और हादसास्थल के बीच की दूरी लगभग 40 किलोमीटर बताई गई है। पानी की निकासी बंद होने के कुछ समय बाद नहर में जलस्तर घटा और तब बस निकालने के साथ ही मृतकों के शव निकाले गए। राहत और बचाव कार्य में लगभग तीन घंटे का वक्त लगा और रीवा संभाग आयुक्त राजेश जैन के अलावा प्रशासन और पुलिस के अन्य आला अधिकारी भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। रिपोट्र्स के मुताबिक, बस में 32 लोगों को बैठाने की क्षमता थी लेकिन इसके बावजूद इसमें करीब दोगुने यानी पचास से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, सीधी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर मैं लगातार प्रशासन से और राहत कार्य में जुटे लोगों के संपर्क में हूं। मन बहुत व्यथित है। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य लगातार जारी है। जिलाधिकारी, आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।