आवाज़ ए हिमाचल
14 फरवरी। बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने रविवार को नगर परिषद मैदान कांगड़ा में मौन रैली निकालकर सरकार की वादाखिलाफी पर रोष व्यक्त किया। अध्यक्ष के संदीप घई ने कहा कि 2018 में मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि प्रदेश में शारीरिक शिक्षकों के 2000 पद भरे जाएंगे, लेकिन साढ़े तीन साल बाद भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। बेरोजगार शिक्षकों ने कहा कि 1998 का बैच अभी तक लंबित है और सभी की आयु 45 वर्ष से ऊपर हो गई है। संघ काफी अरसे से मुख्यमंत्री से मांग करता आ रहा है लेकिन सरकार की तरफ से आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं मिला है।संघ के अनुसार सरकार का कहना है कि जल्द हिमाचल प्रदेश नई शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा। संघ के अनुसार नई शिक्षा नीति में स्कूलों में शारीरिक शिक्षा को जरूरी बताया गया है लेकिन यह तभी सभंव हो पाएगा जब रिक्त पड़े पदों पर शारीरिक शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने सरकार को चेताया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी तो वे शिमला में विधानसभा का घेराव कर अपनी डिग्रियां सरकार को सौंप देंगे।