आवाज ए हिमाचल
13 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े डिग्री घोटाले का मुख्य आरोपित राजकुमार राणा और उसका परिवार बेहिसाब संपत्ति का मालिक है। उनका यह साम्राज्य कई राज्यों तक फैला है। सूत्रों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही आरोपितों की कुछ और संपत्ति भी अटैच कर सकता है। ईडी हाल ही में 194.17 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है। अब सीआइडी की एसआइटी एक और एफआइआर दर्ज करने की तैयारी में है।
जांच से पता चला है कि सोलन के सुल्तानपुर स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय की 30 बीघा जमीन मुख्य आरोपित राणा की पत्नी के नाम है। उस महिला से यह जमीन विवि को लीज पर दी गई है। इसकी एवज में प्रतिमाह 50 हजार रुपये कमाई होती है। सिरमौर के पच्छाद के कुन्हूट में विवि की सौ बीघा जमीन है। इसमें से 45 बीघा पत्नी के नाम पर है, जबकि कानूनन विवि की जमीन ट्रस्ट के नाम होनी चाहिए थी। राजस्थान के माधव विश्वविद्यालय के लिए वहां की सरकार से करीब सौ बीघा जमीन लीज पर ले रखी है। कुछ जमीन वहां भी राणा के बेटे के नाम पर खरीदी गई है। इस जमीन को भी परिवार के नाम के चल रहे विश्वविद्यालय को लीज पर दे रखा है।
आस्ट्रेलिया में रहते हैं स्वजन
एसआइटी ने मुख्य आरोपित राणा की पत्नी, बेटा, बेटी को विदेश से लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। यह सभी आस्ट्रेलिया में रहे रहे हैं। प्रत्यार्पण संधि के तहत इन्हें वापस लाया जाएगा। राजकुमार राणा करनाल का रहने वाला है।
कुछ और आरोपित होंगे गिरफ्तार
फर्जी डिग्री मामले में अब तक आठ आरोपित गिरफ्तार हुए हैं। अभी कई और गिरफ्तार होंगे। कइयों से पूछताछ की जा रही है। अभी तक की जांच में 36 हजार से अधिक डिग्रियां फर्जी पाई गई हैं। इनकी संख्या और बढ़ सकती है।