आवाज ए हिमचाल
06 फरवरी। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में 31 मार्च तक स्कूलों में आठवीं तक के छात्रों को मिड-डे मील नहीं मिलेगा। राज्य सरकार ने मिड-डे मील वर्कर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद दोपहर का खाना देने के फैसले को स्थगित कर दिया है। कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को मिड-डे मील घर पर सूखे राशन के तौर पर पहुंचाया जाएगा।
इस बीच शुक्रवार को आयोजित कैबिनेट की बैठक में सरकार ने छठी व सातवीं कक्षा के छात्रों की भी 15 फरवरी से कक्षाएं शुरू करने का ऐलान कर दिया है। यानी कि अब स्कूलों में पांचवीं से जमा दो तक के छात्रों की रेगुलर कक्षाएं लगेंगी। पांचवी, आठवीं व नौवीं से लेकर जमा दो तक के छात्रों की कक्षाएं पहली फरवरी से पहले ही आयोजित हो रही हैं। इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि अगर किसी स्कूल में शिक्षक, कर्मचारी अथवा कोई छात्र कोरोना पॉजिटिव आता है, तो ऐसे में 48 घंटे के लिए वह शिक्षण संस्थान बंद किया जाएगा। सरकार ने आदेश दिए हैं कि 48 घंटे के भीतर स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान को सेनेटाइज करने की व्यवस्था प्रबंधन को करनी होगी। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 15 फरवरी के बाद सभी स्कूलों में कक्षा पांचवीं से जमा दो तक के छात्रों का आना शुरू हो जाएगा। स्कूल पिं्रसीपल को यह अधिकार दिया गया है कि वे पूरे प्रोटोकॉल के तहत स्कूलों में छात्रों को बुलाएं व सोशल डिस्टेंसिंग में बिठाएं।
सरकाघाट के स्कूल आठ से
सरकाघाट के स्कूलों को आठ फरवरी से खोला जाएगा। कैबिनेट की बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सरकाघाट उपमंडल व जिला मंडी के सभी सरकारी शिक्षण संस्थान पूरे प्रोटोकाल के साथ सोमवार से खुल जाएंगे।