आवाज ए हिमाचल
02 फरवरी। विद्युत बोर्ड चंबा में कर्मचारियों की तनख्वाह तथा पेंशनर्स के बिल में करीब 47 लाख का गड़बड़झाला सामने आया है। बिजली बोर्ड के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपित को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।सितंबर, 2020 में विद्युत बोर्ड चंबा मंडल की लेखा शाखा में तैनात एक लेखाकार ने बोर्ड के अधिकारियों से शिकायत की थी कि वहां अधीनस्थ क्लर्क कर्मचारियों के मानदेय तथा पेंशनर्स के बिल आदि में बड़े पैमाने पर वित्तीय घोटाले को अंजाम दे रहा है। चंबा मंडल के अधिशासी अभियंता ने विभागीय स्तर पर जांच की। आरंभिक जांच में आरोपित क्लर्क पर वित्तीय घोटाला करने की बात सही साबित पाई गई। जब क्लर्क की बैंक स्टेटमेंट जांची गई उसमें भी वित्तीय ट्रांजेक्शन का पता चला।
इसके बाद विद्युत बोर्ड चंबा के अधिशासी अभियंता पवन शर्मा ने आरोपित क्लर्क को निलंबित कर दिया था। वहीं मामले की गहना से जांच करने के लिए आला अधिकारियों को पत्र लिखा गया था। अधिकारियों द्वारा शिमला से चंबा में जांच के लिए विशेष ऑडिट टीम भेजी गई। टीम ने करीब एक सप्ताह तक मामले की जांच की जिसमें पाया गया कि आरोपित कर्मचारी द्वारा बिजली बोर्ड चंबा मंडल में करीब 47 लाख का गड़बडझाला किया गया है। बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर 13 जनवरी को पुलिस में आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा थी। पुलिस ने शिकयत के आधार पर आरोपित रविवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।