आवाज ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
31 जनवरी: शिक्षा के क्षेत्र में कुछ अलग करने और छात्रों को मित्र माहौल देने के लिए गेहड़वीं पाठशाळा के अध्यापकों ने कोरोना काल में भी अपने प्रयास जारी रखे जो कि सफल हुए और आज हर तरफ इस पाठशाला की प्रशंशा हो रही है । कोरोना काल में जहां सभी स्कूल बंद थे और छात्र शिक्षा से महरूम रह रहे थे, वहीँ इस स्कूल के अध्यापको व स्कूल प्रबंध समिति के प्रयास से हर बच्चे को घर द्वारा फ़ोन के माध्यम से शिक्षा मिली ।
जो बच्चे फ़ोन लेने में असमर्थ थे, स्कूल प्रबन्धन समिति ने फोन का प्रबंध करके दिया । पाठशाला प्रभारी लता कुमारी के निर्देशन में सभी अध्यापको व स्कूल प्रबंधन कमेटी ने सहयोग करते हुए अहम भूमिका निभाई । बैश्विक महामारी कोविड-19 के समय अध्यापकों द्वारा हर घर पाठशाला का सुचारू संचालन किया गया तो वहीं स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा जरूरतमंद बच्चों को फोन सुविधा उपलब्ध करवा कर व घर घर जाकर काम करवाया । लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया। अध्यापिका अंजना शर्मा द्वारा मास्क वितरित किए गए। स्वयंसेवी कार्यकर्ता पूनम ने भी घर-घर जाकर ग्रामीणों को जागरूक किया व क्विज में बच्चों की सहायता की। वहीं शिक्षिका मीना देवी ने घर-घर जाकर बच्चों का नामांकन किया। पाठशाला बंद होने के बावजूद अध्यापक नंद लाल सिंह व सुषमा कुमारी द्वारा पाठशाला को एक नया रंग रूप दिया जो बहुत ही सराहनीय कार्य है।