आवाज ए हिमाचल
17 सितम्बर।हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (HIET) कॉलेज शाहपुर के लॉ विभाग द्वारा छात्रों को न्यायिक व्यवस्था की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से एक शैक्षणिक दौरे का आयोजन किया गया। इस दौरे के अंतर्गत बी.ए.एलएल.बी. के 31 विद्यार्थियों ने अपनी शिक्षिका डॉ. तनुजा शर्मा (Assistant Professor in Law) के नेतृत्व में धर्मशाला स्थित जिला न्यायालय परिसर का भ्रमण किया।
इस दौरान छात्रों ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के दिशा-निर्देशों के तहत आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत की कार्यवाही को प्रत्यक्ष रूप से देखा। विद्यार्थियों को लोक अदालत में निपटाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के मामलों जैसे पारिवारिक विवाद, मोटर दुर्घटना मुआवजा, बैंक संबंधी मामले, श्रम विवाद इत्यादि का व्यावहारिक अनुभव मिला।
छात्रों ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे-I व एडीजे-II), चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (CJM), सब-जज कोर्ट तथा श्रम न्यायालय में चल रही कार्यवाहियों का भी अवलोकन किया। इससे उन्हें न्यायिक प्रक्रिया की गहन जानकारी प्राप्त हुई।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती रजनी बाली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए लोक अदालत की कार्यप्रणाली, अधिकार क्षेत्र, यहाँ निपटाए जाने वाले मामलों की प्रकृति और न्यायालय की कार्यवाही में जनसहभागिता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लोक अदालत त्वरित, सुलभ और सस्ती न्याय व्यवस्था का सबसे सशक्त माध्यम है, जो समाज में न्याय के प्रति विश्वास और पारदर्शिता को मजबूत बनाता है।
छात्रों ने इस दौरे से न केवल लोक अदालत की महत्ता को समझा बल्कि न्यायिक प्रणाली में इसकी भूमिका और त्वरित न्याय के सिद्धांतों की व्यावहारिक समझ भी विकसित की। दौरे के अंत में विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह उनके लिए एक अत्यंत प्रेरणादायक और शिक्षाप्रद अवसर रहा, जिसने उनके विधि अध्ययन को और भी अधिक सार्थक बना दिया।