16 नवंबर। हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कल्याण मंच का चतुर्थ त्रैमासिक अधिवेशन 17- 18 नवम्बर को मंडी के बिपाशा सदन में होने जा रहा है। जिसमें अपनी मांगों के लिए अंतिम संघर्ष का बिगुल बजा दिया जाएगा। जानकारी देते हुए प्रदेश महामंत्री वीर सिंह चौहान ने बताया कि हिमाचल परिवहन निगम से सेवानिवृत हुए कर्मचारी इस समय जीवन के अंतिम पड़ाव में शोषण का शिकार हो रहे हैं उनको उनके वितिय लाभ सरकार व प्रबंधन द्वारा नहीं दिए जा रहे हैं। यहां तक कि बार-बार आश्वासन देने के बाद भी सरकार अपने वायदे से मुकर रही है।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर मंच द्वारा अपना मांग पत्र प्रबंधन व सरकार को दिया गया, अधिकारी व मंत्री स्तर तक चर्चा भी हुई परन्तु निर्णयों पर अमल नहीं हुआ। यहां तक कि मुख्यमंत्री को भी चार बार मांग पत्र दिया। उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराया परन्तु आश्वासन देने के बाद भी पेंशनरों की समस्याओं व वित्तीय लाभों को दिलाने में कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि यह पेंशनरों की मांग नहीं यह उनका मौलिक अधिकार है जो पेंशन रूल में निर्धारित है।
उन्होंने बताया कि उनकी मुख्य मांगे पेंशन का बजट में स्थाई समाधान 27 प्रतिशत महंगाई भते का भुगतान, 21 प्रतिशत अंतरिम राहत व एरियर, ग्रेजुएटी व लीव इन कैश मेंट का भुगतान संशोधित पेंशन एरियर कमुटेशन का भुगतान। मार्च 21 से सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को पेंशन लगाना व वित्तीय लाभ देना है इस प्रकार निगम व सरकार से लगभग 200 करोड़ रुपए पेंशनरों ने लेना है। उन्होंने कहा कि मंडी में अंतिम संघर्ष का बिगुल बजा दिया जाएगा और आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी । वीर सिंह ने कहा कि मंडी ने होने वाली बैठक में नई कार्यकारणी का गठन भी होगा।