आवाज ए हिमाचल
26 अप्रैल। हरियाणा में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पानीपत और रेवाड़ी के बाद अब हिसार के निजी अस्पताल में पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही के कारण उनके मरीजों की मौत हुई है। अस्पताल में ऑक्सीजन होने के बावजूद उनके मरीजों को नहीं लगाई गई। परिजनों के हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
इससे पहले शुक्रवार को पानीपत में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर नहीं मिलने से कोरोना संक्रमित पांच लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों के परिजनों का आरोप था कि अगर समय पर ऑक्सीजन और वेंटिलेटर मिल जाते तो उनकी जान बच सकती थी। मृतकों में चार मरीज दिल्ली के थे, जिन्हें वहां बेड नहीं मिलने पर पानीपत लाया गया था। इनमें से एक मरीज की मौत एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलिंडर खत्म होने से हो गई जबकि एक के परिजनों का आरोप है कि सिविल अस्पताल में लीक होने से मरीज को सही से ऑक्सीजन नहीं मिल सकी।
वहीं रविवार को रेवाड़ी के विराट अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से उपचाराधीन चार कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई थी। गुस्साए तीमारदारों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया तथा करीब एक घंटे तक शहर के सरकुलर रोड को जाम कर दिया था। हालांकि सीएमओ ने मरीजों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी होने से इनकार किया था। जबकि मरने वालों में तीन संक्रमित वेंटीलेटर पर थे तथा एक कोरोना वार्ड में भर्ती था। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल में 55 ऑक्सीजन के सिलिंडर भिजवाए गए। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को ही कहा था कि राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी जिला अस्पतालों में निर्बाध तरीके से ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था करें, ताकि किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी न रहे।