आवाज़-ए-हिमाचल
3 नवम्बर : कोरोना काल के बीच हिमाचल सरकार ने फिर से आम आदमी को झटका दिया है| सूबे में वाहनों का पंजीकरण महंगा हो गया है|विधानसभा से पारित मोटर व्हीकल कराधान संशोधन विधेयक को राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद अब अधिसूचित कर दिया है| अब हिमाचल में गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन 6 से 15 फिसदी तक महंगा हो गया है|
अधिसूचना के मुताबिक, 50 हजार तक की बाइक पर 7 फीसदी, 51,000 से 2 लाख तक की मोटर बाइक पर 8 फीसदी और दो लाख से ऊपर की बाइक पर 10 फीसदी पंजीकरण फीस देनी होगी| वहीं, 15 लाख तक की कार पर 8 फीसदी और इससे अधिक कीमत के वाहन के पंजीकरण की 10 फीसदी फीस पंजीकरण शुल्क तय किया गया है|
पहले हिमाचल में मोटरसाइकिल, कारों पर 3 से 8 फीसदी पंजीकरण फीस ली जा रही थी| अगर बाहरी राज्यों के लोग हिमाचल में गाड़ियों का पंजीकरण करवाते हैं तो उनसे 2 फीसदी अतिरिक्त पंजीकरण फीस वसूली जाती थी|इसके अलावा निर्माण कार्य में प्रयोग में लाई जाने वाली मशीनों का पंजीकरण अब अन्य वाहनों की तरह 15 साल के लिए किया जाएगा|
हिमाचल के राज्यपाल ने विधानसभा सत्र में पास किए गए बिल को मंजूरी दी थी| इसके बाद सरकार की अधिसूचना का इंतजार किया जा रहा था| दरअसल, दिवाली पर गाड़ियों की बिक्री अधिक होती है| ऐसे में सरकार अधिक से अधिक राजस्व कमाना चाहती है|