आवाज़ ए हिमाचल
06 अप्रैल। जनगणना निदेशालय शिमला हिमाचल प्रदेश की डिजिटल जनगणना के संचालन का ट्रायल कर रहा है। जनगणना 2021 में पहली बार शेड्यूल के अलावा मोबाइल एप के माध्यम से लोगों की गणना, घरों का सूचीकरण और एनपीआर यानी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर किया जाना है। इसका फील्ड में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे जब डिजिटल जनगणना का कार्य शुरू हो तो उसे बेहतर तरीके से चलाया जा सके। कोरोना महामारी के कारण जनगणना 2021 और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का काम अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
हालांकि प्रदेश के सभी केंद्रों में और ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से जन्म और मृत्यु का पंजीकरण हर माह चल रहा है। डिजिटल जनगणना में नक्शा और प्रेक्षक सर्कल मैप के काम के लिए जीआइएस टैगिंग की जानी है। इसके लिए दो पोर्टल यानी सीएमएम पोर्टल और सेल्फ एन्यूमरेशन पोर्टल पेश किए हैं, जिसमें उत्तरदाताओं को आवश्यक जानकारी भरकर खुद को रजिस्टर करने का अधिकार दिया जाएगा। मुख्य रूप से पांच एप डाटा के संग्रह के लिए विकसित किए गए हैं।
जनगणना निदेशालय अपनी जन्म और मृत्यु पंजीकरण गतिविधियों को नियमित रूप से जारी रखे हुए है, जिसमें राज्य में कोरोना के कारण होने वाली मौतें भी शामिल हैं। इसके अलावा वर्ष 2019 के सर्वेक्षण का क्षेत्र कार्य नमूना पंजीकरण की प्रणाली के तहत पूरा किया गया है और 2020 के क्षेत्र सर्वेक्षण कार्य के लिए योजना पर काम किया जा रहा है।