आवाज ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधान सभा की लोक लेखा समिति इन दिनों चार राज्यों क्रमशः तेलंगाना, कर्नाटका, तमिलनाडु तथा केरल राज्यों के अध्ययन प्रवास पर हैं। समिति गत 2 जनवरी को प्रातः शिमला से चण्डीगढ़ रवाना हुई तथा 3 जनवरी को वायुमार्ग द्वारा हैदराबाद पहुँची। समिति में माननीय सदस्य केवल सिंह पठानियां, डॉ. हंस राज, डॉ. जनक राज तथा सदस्य मलेन्द्र राजन शामिल हैं, जबकि समिति के साथ समिति अधिकारी नैना कोटवी भी प्रवास पर हैं।
समिति ने पिछले कल सायं तेलंगाना विधान सभा के माननीय अध्यक्ष गधम प्रसाद से मुलाकात की तथा हिमाचल प्रदेश विधान सभा की कार्यप्रणाली के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर केवल सिंह पठानियां ने श्री प्रसाद को अवगत करवाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा देश की पहली ई-विधान प्रणाली लागू करने वाली विधान सभा है। बैठक के दौरान तेलंगाना विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि हमारा राज्य अभी नया है तथा हमारे यहाँ इस बार 54 विधायक पहली बार निर्वाचित होकर आए हैं, जबकि तेलंगाना में विधायकों की कुल संख्या 119 है।
उन्होंने कहा कि वे हि0प्र0 विधान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां से दूरभाष पर चर्चा कर प्रथम बार निर्वाचित सभी 54 विधायकों को ई- विधान प्रणाली जानने के लिए हिमाचल प्रदेश विधान सभा भेजेंगे तथा वहाँ विशेष कार्यशाला के माध्यम से पेपर लैस विधान सभा की गहन जानकारी हासिल करेंगे। गधम प्रसाद ने कहा कि हैदराबाद आई0टी0 में प्रथम है जबकि हि०प्र० ई-विधान लागू करने में प्रथम है। श्री गधम ने कुलदीप पठानियां को ई- विधान प्रणाली को तपोवन विधान सभा में भी स्थापित करने की बधाई देते हुए प्रशंसा की है।
समिति ने तेलंगाना सरकार के परिवहन तथा कल्याण मंत्री पूनम प्रभाकर से भी मुलाकात की तथा उन्हें हि0 प्र० विधान सभा की ई- विधान प्रणाली बारे अवगत करवाया तथा हि0प्र0 सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू द्वारा आपदा प्रबन्धन के दौरान किए गए सराहनीय कार्य बारे भी प्रकाश डाला।