आवाज़ ए हिमाचल
06 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में आग की घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील 80 रेंज में पानी के टैंकर व टैक्सी सेवा हर वक्त उपलब्ध रहेगी। वन विभाग ने इसकी योजना तैयार कर ली है। जैसे ही जंगलों में आग लगेगी रेंज का स्टाफ टैक्सी किराये पर लेकर टैंकर की मदद से आग बुझाने के कार्य में जुट जाएगा। टैंकर के साथ टुल्लू पंप भी साथ ले जाएंगे। अगर दस हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में आग लगे और उस पर 24 घंटे तक काबू नहीं पाया जा सका हो तो उस स्थिति में वहां हेलीकॉप्टर आएगा। हेलीकॉप्टर की मदद से आग बुझाई जाएगी। हेलीकॉप्टर की सेवाएं कहां- कहां ली जाएंगी। इस संबंध में पीसीसीएफ डा. सविता ने स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार करवाकर इसे सरकार की मंजूरी को भेजा है।
आग बुझाने वाले यंत्र खरीदने के आदेश
वन विभाग ने आग बुझाने में काम आने वाले यंत्रों को भी खरीदने के निर्देश दिए हैं। कई जगहों पर इनकी खरीद हो चुकी है। आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए लोगों का सहयोग लेने को कहा गया है। इसमें विभाग को काफी हद तक सफलता भी मिल रही है।
बढ़ रही घटनाएं
प्रदेश में आग की घटनाएं बढ़ रही है, अगर बारिश न हुई तो वन संपदा को और अधिक नुकसान पहुंचेगा। इस बार प्रदेश में अभी से सूखे जैसे हालत बने हैं। सर्दी में बर्फबारी न होने के कारण तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है।
क्या कहती हैं पीसीसीएफ
पीसीसीएफ डा. सवीता का कहना है आग की घटनाओं की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाए गए हैं। एसओपी के तहत ही हेलीकॉप्टर सेवाएं ली जाएंगी। दस हेक्टेयर से ज्यादा वन क्षेत्र में आग लगने और इसके 24 घंटे से अधिक समय पर बेकाबू होने पर ही हेलीकॉप्टर आएगा। सब जगह ऐसा संभव नहीं होगा। संवेदनशील रेंजों में वाटर टैंकर, टैक्सी हायर करने की अनुमति दे दी गई है। हमें लोगों का काफी अच्छा सहयोग मिल रहा है।