आवाज ए हिमाचल
25 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है की पूर्ण राजत्व स्वर्ण जयंती समारोह हिमाचल प्रदेश के इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ है । यह 50 वर्ष शानदार विकास के गवाह हैं। इस प्रदेश के विकास को प्रारंभ करने का श्रेय पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार को है। शांता कुमार ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें विधायक के रूप में यशवंत सिंह परमार के साथ काम करने का अवसर मिला। इसके बाद वीरभद्र सिंह, ठाकुर रामलाल, प्रेम कुमार धूमल और वर्तमान में जयराम ठाकुर उस विकास को आगे बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें दो बार प्रदेश की सेवा करने का मौका मिला।
हिमाचल प्रदेश को यह सौभाग्य प्राप्त है कि वह पनबिजली में निजीकरण लाने के महत्त्वपूर्ण निर्णय को प्रारंभ करने वाला पहला प्रदेश बना। हिमाचल प्रदेश का यह भी सौभाग्य है कि पनबिजली रॉयल्टी प्राप्त करने का सिद्धांत हिमाचल ने मनवाया, जिसके कारण करोड़ों रुपए की आय हो रही है । स्वर्ण जयंती के इस अवसर पर भारत के नीति आयोग ने हिमाचल प्रदेश को पहाड़ी प्रदेशों में प्रथम स्थान का प्रमाण पत्र दिया है। डरोह पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पूरे देश में प्रथम आया है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की जनता को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वह प्रभु का धन्यवाद करते हैं और आशा करते हैं कि छोटे से प्रदेश की विकास यात्रा इसी प्रकार आगे बढ़ती रहे।