शिक्षक बनने को राह आसान, एनटीटी व ईसीसीई की ट्रेनिंग करने वालों के लिए टीचर बनने का मौका

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आवाज ए हिमाचल 

25 जनवरी। लंबे समय से बेरोजगारी झेल रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। अब प्री-प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की अलग से भर्ती की जाएगी। इसके लिए सरकार के आदेशों पर शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। खास बात यह है कि नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) और अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) डिप्लोमा करने वाले भी अब स्कूलों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा ले पाएंगे। शिक्षा विभाग ने प्री-प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियम (आर एंड पी रूल्स) बनाने का काम शुरू कर दिया है।

इसमें डीएलएड यानि डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन के साथ एनटीटी और ईसीसीई को भी मौका देने की बात की जा रही है। शिक्षा विभाग ने जिला प्रारंभिक उपनिदेशक कार्यालय से ऐसे डिप्लोमा धारकों का रिकार्ड तलब किया गया है। रोजगार कार्यालयों से यह रिकार्ड लेकर समग्र शिक्षा निदेशालय (एसएसए) भेजने के निर्देश दिए हैं। तीन दिसंबर को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में इसको लेकर विस्तृत चर्चा की गई थी। समग्र शिक्षा अभियान ने इसको लेकर जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र जारी कर दिया है। 3840 स्कूलों में अभी नर्सरी और केजी की प्री-प्राइमरी कक्षाएं चल रही हैं। इस साल भले ही प्री प्राइमरी की कक्षाएं नहीं लग पाई, बावजूद इसके 28 हजार बच्चों के ऑनलाइन दाखिला लिया है।

अभी जेबीटी के हवाले पढ़ाई का जिम्मा

प्री-प्राइमरी के लिए अभी तक अलग से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। स्कूलों में कार्यरत जेबीटी शिक्षकों को ही प्रशिक्षण देकर प्री-प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है। नई शिक्षा नीति में प्री-प्राइमरी को अनिवार्य किया गया है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के शिक्षा उपनिदेशक शिमला भागचंद चौहान ने कहा कि निदेशालय से आए पत्र के बाद रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। पूरा रिकार्ड तैयार होने के बाद इसे निदेशालय भेज दिया जाएगा।

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