आवाज़ ए हिमाचल
08 मई।विधानसभा भवन परिसर तपोवन के मुख्य गेट और दीवार पर रविवार को खालिस्तानी झंडे लगने के बाद प्रदेश की सीमाएं सील कर दी गई हैं। इसके अलावा बम निरोधक दस्ता और क्यूआरटी को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के डैम, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और सरकारी भवनों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जानकारी के अनुसार रविवार को विधानसभा भवन परिसर तपोवन के मुख्य गेट और दीवार पर खालिस्तान समर्थकों ने झंडे और दीवार पर खालिस्तान लिखा।
इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रदेश में लगातार खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियां उजागर होने के बाद प्रदेश पुलिस भी हरकत में आ गई है।
पुलिस ने सभी इंटर स्टेट बॉर्डर को सील कर दिया है। नाकाबंदी भी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से बम निरोधक दस्ते और क्यूआरटी को भी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। सभी सरकारी भवनों, बैंक, पब्लिक सेक्टरों में तैनात सुरक्षा कर्मियों और चौकीदारों को भी सचेत किया गया है।
किसी प्रकार की अनैतिक गतिविधि की सूचना स्थानीय पुलिस थाना को देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश में बांधों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और सरकारी भवनों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान के झंडे लगाने की वारदातें पहले भी सामने आ चुकी हैं। राजधानी शिमला सहित जिला ऊना में भी इस तरह की वारदातें देखने को मिली थीं।
डीआईजी इंटेलीजेंस एंड सिक्योरिटी संतोष पटियाल की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मशाला पुनीत रघु, एसडीपीओ ज्वालाजी चंद्रपाल, डिप्टी एसपी सीआईडी मंडी सुशांत शर्मा, एसडीपीओ जवाली सिद्धार्थ शर्मा, एसएचओ पुलिस थाना धर्मशाला और पुलिस पोस्ट इंचार्ज योल एसआईटी में शामिल है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और पेशेवर तरीके से होगी। उन्होंने एसआईटी को केंद्रीय और राज्य की खुफिया एजेंसियों से तालमेल स्थापित कर देश विरोधी तत्वों के अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को खंगाल कर गिरोह का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए हैं।