हमें इंटरनेशनल ड्यूटी डे मनाना चाहिए, भारत को काफी न्यायिक सुधार की आवश्यकता: खन्ना 

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला। हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रभारी एवं सांसद अविनाश राय खन्ना ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के लॉ डिपार्टमेंट में एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में भाग लिया। प्रोफेसर संजय संधू ने बताया कि उनकी पुस्तक “समाज चिंतन” को इस कॉलेज के सिलेबस का भाग बनाया गया है, जिसके लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने सभी का धन्यवाद भी किया। इस अवसर पर अपनी पुस्तक ‘समाज चिंतन के बारे में उन्होंने विधि विभाग के विद्यार्थियों के साथ संवाद भी किया।
खन्ना ने कहा कि बच्चे जिस प्रकार से और लगन से पढ़ाई कर रहे हैं वह अद्भुत है, यही बच्चे बड़े होकर देश का भविष्य बनाएंगे। आज लॉ की पढ़ाई बहुत महत्वपूर्ण है और समाज में लॉ का योगदान बहुत बड़ा है। हमें संविधान में अपनी ड्यूटीज के बारे में विस्तृत रूप से पढ़ना चाहिए और मैं चाहता हूं कि हम सब इंटरनेशनल ड्यूटी डे भी मनाए। हम हमेशा समाज में अपने हितों यानी राइट्स की बात करते हैं पर कभी ड्यूटी के बारे में बात नहीं करते। अगर हम अपनी ड्यूटीज के बारे में अध्ययन कर ले तो हमें अपने समाज की सेवा करने के बारे में और ज्यादा शक्ति प्राप्त होगी।

उन्होंने कहा कि आईपीसी बहुत सोच समझ कर बनाया गया था और जबसे भारत देश बना है तबसे इसमें केवल 2 अमेंडमेंट की गई है, इसी प्रकार एविडेंस एक्ट की स्थापना से अब तक केवल एक ही अमेंडमेंट की गई है जो की धारा 119 है। मेरा मानना यह है कि हमें लॉ के बारे में अध्ययन करना चाहिए और प्रैक्टिस करते समय जो भी चीज हमारे समक्ष आती है उसके बारे में हमें सरकार को अवगत करवाना चाहिए।

उन्होंने  सीआरपीसी सेक्शन 80 के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि सरकारी अफसरों को इस सेक्शन के अंतर्गत पूछे गए सवालों का जवाब देना चाहिए, जिससे कोर्ट का समय भी बचेगा और कोर्ट में चले मामलों का निपटारा जल्द होगा। हमें कोर्ट का समय बिल्कुल भी व्यर्थ नहीं करना चाहिए। ऐसी प्रतिज्ञा हमें लेकर कार्य करना है। हमारे देश को काफी न्यायिक सुधार की आवश्यकता है पर उसके लिए हमें लगातार अपने सुझाव सरकार को भेजते रहना चाहिए। जब हम लॉ की प्रैक्टिस करते हैं तो उसको एथिक्स के साथ करना चाहिए। जनता हमारे ऊपर बहुत विश्वास करती है और उनका विश्वास हमें कभी तोड़ना नहीं चाहिए।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *