आवाज़ ए हिमाचल
16 अप्रैल। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमआर शाह के स्टाफ के सभी सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। न्यायमूर्ति एमआर शाह ने खुद यह जानकारी बृहस्पतिवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान दी। न्यायमूर्ति शाह ने वकीलों को बताया कि उनके आधिकारिक आवास पर सभी कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कामकाज रोक दिया।
इस पीठ में न्यायमूर्ति एमआर शाह भी शामिल थे। इस जानकारी के बाद अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्य भाटी ने कहा कि अदालत को इस परिस्थिति में समय लेना चाहिए। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक बीते कुछ दिन में सुप्रीम कोर्ट के 40 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कुछ कड़े कदम उठाए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश करने वालों (कोर्ट स्टाफ या वकील अथवा वकीलों के स्टाफ या संयोजन एजेंसी के स्टाफ) में कोरोना के लक्षण नजर आने पर उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा। कोरोना रोकथाम को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी नए सर्कुलर में कहा गया है कि जिन लोगों को जुकाम, बुखार, शरीर दर्द, डायरिया या स्वाद और महक का अहसास चला गया है, ऐसे लोग सुप्रीम कोर्ट न आएं और तत्काल खुद को घर में आइसोलेट कर लें।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि संक्रमण के लक्षणों वाले लोग डॉक्टर की सलाह लें। मालूम हो कि हाल के दिनों में सुप्रीम कोर्ट के 44 कर्मचारियों के कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट पूरी तरह वर्चुअल हो गया है। सुप्रीम कोर्ट केवल वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट में किसी भी तरह की शारीरिक उपस्थिति बंद कर दी गई है। यही नहीं न्यायाधीश भी कोर्ट आने के बजाए घर से ही मुकदमों की वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सुनवाई कर रहे हैं।