आवाज ए हिमाचल
16 सितम्बर।मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के उपायुक्तों से ताजा हालात की जानकारी ली और उन्हें आवश्यक व त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने असुरक्षित भवनों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने को कहा। प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सड़कों और जल आपूर्ति योजनाओं को प्राथमिकता पर बहाल करने, जरूरी वस्तुएं भी उपलब्ध करवाने और जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए। पिछले तीन वर्षों में विभिन्न आपदाओं के कारण लगभग 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है। सीएम सुक्खू ने सोमवार रात मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मृत्यु पर शोक जताया। जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि इस वर्ष की भारी वर्षा ने वर्ष 2023 की आपदा की तुलना में अधिक क्षति पहुंचाई है।सीएम सुक्खू ने राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री केवल राजनीतिक लाभ के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, जबकि उन्हें अपने-अपने मंत्रालयों से राहत पैकेज की घोषणा भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को प्रधानमंत्री से आग्रह करना चाहिए कि राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज शीघ्र जारी करें, जिससे प्रभावित परिवारों को समय पर वित्तीय सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 के पीडीएनए के तहत राज्य सरकार को 1500 करोड़ रुपये में से केवल 400 करोड़ रुपये ही प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री ने प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 1500 करोड़ रुपये की घोषणा की थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह राशि विशेष राहत पैकेज का हिस्सा है या किसी योजना आधारित सहायता का है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के कारण कीमती जानें, बिजली, जलापूर्ति, सड़कें और निजी संपत्तियां नष्ट हुई हैं। यह जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों का स्पष्ट संकेत है। राज्य के मंत्री लगातार प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद रहकर राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है। उन्होंने जानकारी दी है कि एचआरटीसी की बसों को ही छह करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ