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पांगी/शिमला। प्रदेश के दुर्गम इलाके पांगी से गंभीर मरीज को एयरलिफ्ट करके मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को यह सूचना मिली कि चंबा जिला के पांगी स्थित किलाड़ में एक मरीज के स्थिति बहुत गंभीर है और उसे तुरंत विशेषज्ञ उपचार की आवश्यकता है, लेकिन पांगी में भारी बर्फबारी के कारण उसे सडक़ के रास्ते अस्पताल पहुंचाना संभव नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने उसी समय अन्य क्षेत्र के लिए प्रस्तावित अपना सरकारी प्रवास रद्द कर हेलिकॉप्टर पांगी, भिजवाया और मरीज को एयरलिफ्ट कर डा. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में भर्ती करवाया गया। चिकित्सकों के अनुसार अब उनकी हालत खतरे से बाहर है।
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा मरीज के एयरलिफ्ट होने से लेकर टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में दाखिल होने तक चंबा व कांगड़ा जिला प्रशासन के निरंतर संपर्क में रहे। वहीं, विधायक डा. जनकराज ने कहा कि टीएमसी में भी चिकित्सकों से भी संपर्क किया गया है।
उधर, सिविल अस्पताल किलाड़ के एमएस सर्जन डा. विशाल ने बताया कि सोमवार देर शाम व्यक्ति को गंभीर हालत में भर्ती किया गया था, मगर मरीज की हालत खराब होने की वजह से रैफर कर दिया गया है। मरीज के भाई प्रीतम लाल ने मानवीय संवेदनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय रहते उनके भाई को एयरलिफ्ट नहीं किया जाता, तो उनकी जान के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता था। सीएम ने अस्पताल प्रशासन को मरीज को हरंसभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।
भारी बर्फबारी के कारण पांगी घाटी में सडक़ सुविधा ठप
बताया जा रहा है कि सोमवार देर शाम धरवास गांव के देवेंद्र लाल का एक हादसे में गला कट गया था। देवेंद्र लाल को गंभीर अवस्था में तुरंत सिविल अस्पताल किलाड़ पहुंचाया गया, मगर देवेंद्र लाल की हालत इतनी गंभीर थी कि किलाड़ में उपचार संभव नहीं था। लिहाजा देवेंद्र लाल को टीएमसी रैफर किया गया, मगर बर्फबारी के कारण पांगी घाटी का शेष विश्व से संपर्क कटा हुआ है। इसी बीच भरमौर-पांगी विषानसभा क्षेत्र के विषायक डा. जनकराज ने मरीज को एयरलिफ्ट करने के लिए प्रदेश सरकार से हेलिकाप्टर की व्यव्स्था करने का आग्रह किया। इस पर मंगलवार दोपहर बाद हेलिकाप्टर किलाड़ पहुंचा और मरीज को लेकर रवाना हुआ।