आवाज़ ए हिमाचप
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
09 फरवरी।“पोषण अभियान” के अंतर्गत शारीरिक वृद्धि मूल्यांकन का शिविर लगाया गया जिसकी अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी नीलम टाडू ने की। शिविर में सुपरवाइजर, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आंगनवाडी सहायिका, पोषण स्टाफ और 0 से 5 साल के बच्चों व धात्री महिलाओं ने भाग लिया।
शिविर में 0 से 5 साल तक के बच्चों की लम्बाई और वजन किया गया। टाडू ने बताया कि उन्होंने बताया कि शिविर का मुख्य उदेश्य कुपोषित बच्चों का पता लगाना और कुपोषण का निदान करना है। उन्होंने बताया कि पहले एक हजार दिनों में तेजी से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास होता है, इसमें गर्भावस्था की अवधि से लेकर बच्चे के जन्म से दो साल तक की उम्र तक की अवधि शामिल है।
उन्होंने बताया कि औसत से कम लम्बाई या वजन कम होने से स्वास्थ्य और पोषण की कमी के कारण बच्चे की शारीरिक और मानसिक वृद्धि नहीं होती है। उन्होंने बताया कि बच्चे के जन्म से दो साल उम्र तक बेहतर स्वास्थ्य, पर्याप्त पोषण, प्यार भरा व तनाव मुक्त माहौल तथा सही देखभाल बच्चों के पूर्ण विकास में सहयोगी होता है।