आवाज़ ए हिमाचल
27 मार्च। राजधानी शिमला के निजी स्कूल में छात्रा को मानसिक तौर पर प्रताडि़त करने के मामले में अब पांच सदस्यीय कमेटी जांच करेगी। इसमें शिमला जिला के उपनिदेशक उच्च व प्रारंभिक शिक्षा के अलावा तीन अन्य सदस्य होंगे। फीस न देने पर बच्ची को प्रताडि़त करने की जांच रिपोर्ट अब स्कूल खुलने के बाद ही सामने आएगी। कमेटी अपनी रिपोर्ट उपायुक्त शिमला को सौंपेगी। चार अप्रैल तक स्कूलों में अवकाश है, इसलिए रिपोर्ट इसके बाद ही सौंपी जानी है।
पीडि़त छात्रा के पिता ने बताया कि मेरी निजी तौर पर किसी के कोई रंजिश नहीं है। महज न्याय की लड़ाई बेटी के लिए लड़ रहा हूं। उन्होंने बताया कि इस मामले में स्कूल की जांच करवाने के लिए पत्र भी अधिकारियों को लिखकर दे दिया है। शुक्रवार को शिक्षा उपनिदेशक (उच्चतर) अशोक शर्मा ने स्कूल प्रबंधन को तलब किया था। स्कूल प्रबंधन ने अपना पक्ष रख दिया है। वहीं, छात्रा के अभिभावकों ने भी अपना पक्ष अधिकारियों के समक्ष रखा। स्कूल प्रबंधन ने आरोप नकार दिए हैं।
उपायुक्त को दी थी शिकायत
पहले छात्र अभिभावक मंच की तरफ से इसकी शिकायत उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी को भेजी गई थी। उपायुक्त ने मामले की जांच का जिम्मा शिक्षा उपनिदेशक को सौंपा था। छात्र अभिभावक मंच का आरोप है कि पांचवीं कक्षा की छात्रा को 19 मार्च को बुरी तरह मानसिक तौर पर प्रताडि़त किया गया। इससे वह बुरी तरह सहम गई है।