बिलासपुर: शिक्षिका ने प्री-प्राइमरी के बच्चों के लिए भेंट की 32 इंच की स्मार्ट एलईडी

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आवाज़ ए हिमाचल 

अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर।

30 मार्च। अध्यापक ही बच्चों का सम्पूर्ण विकास कर उन्हें काबिल बनाते हैं तभी अध्यापकों  को राष्ट्रनिर्माता कहा जाता है। एक अध्यापक ही बच्चों की कमियाँ और जरूरतों को ध्यान में रख कर उन्हें शिक्षित कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है और शिक्षकों का यह योगदान बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने का कार्य करता है। राजकीय प्राथमिक केंद्र पाठशाला कोटला में तैनात शिक्षिका अछर लता ऐसी शिक्षिका है जो बच्चों के बेहतरी के लिए हर दिन नए प्रयास करती रहती है। इस शिक्षिका ने अपनी नेक कमाई से अपने विद्यालय के प्रीप्राइमरी में शिक्षा ग्रहण कर रहे नन्हे-मुन्हे बच्चों के लिए एक 32 इंच का स्मार्ट एलईडी भेंट की है, ताकि नन्हे मुन्हे बच्चे और अधिक सरलता से सिख और समझ पाए।

अछर लता का मनाना है कि स्कूल में 32 इंच का स्मार्ट एलईडी टीवी लगने से प्री-प्राइमरी में शिक्षा ग्रहण कर रहे नन्हे मुन्हे बच्चे कविता गायन, कहानी सुनाना तथा नाचना सीखेंगे। उनका कहना है कि टीवी के माध्यम से बच्चे अधिक सरलता से और कम समय में यह सब सीखेंगे। इसके साथ साथ सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम हर घर पाठशाला कार्यक्रम को भी यह बच्चे टीवी की बड़ी स्क्रीन पर देख पायेंगे।

अच्छर लता का मानना है कि एलईडी से बच्चों की आंखों पर फ़ोन की तुलना में कम प्रभाव पड़ेगा । फोन पर छोटे छोटे बच्चों को पढ़ना आंखों को अधिक प्रभावित करता है। पाठशाला की मुख्याध्यापिका कृष्णा शर्मा ने इस मौके पर कहा कि मैडम अच्छर लता द्वारा दिया गया स्मार्ट एलईडी हम सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। फोन का प्रयोग नन्हें मुन्ने विद्यार्थियों की आंखों को बहुत प्रभावित कर रहा है। अब बच्चे फोन का प्रयोग कम करेंगे।

मुख्याध्यापिका ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के पास फोन न दें। कुछ समय टी वी देख लें और मैदान मै खूब खेलें। इस मौके पर एसएमसी प्रधान व सदस्य भी मोजूद रहे। ढढोग गांव की ग्रामीण समिति के अध्यक्ष पदमदेव शर्मा ने भी इस अनुदान को सराहा और भविष्य में अपनी तरफ से भी एक और एलईडी पहली से पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों को कार्यक्रम देखने के लिए देने का वादा किया। गौर तलब है कि अछरलता मैडम ने कोविड के समय आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो को अपनी नेक कमाई से एंड्राइड मोबाइल फ़ोन दिए थे ताकि यह बच्चे हर घर पाठशाला व ऑनलाइन क्लास लगा सके। मोबाइल के आभाव में यह बच्चे शिक्षा से वंचित न रहे इसी सोच के चलते अछर लता मैडम ने एंड्राइड मोबाइल भेंट किए थे ।अब मैडम ने विद्यालय के लिए स्मार्ट एलईडी टीवी भेंट किया।

राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला कोटला की प्री-प्राइमरी कक्षाओ में छात्रो की संख्या 40 से अधिक है यह संख्यां पुरे सदर ब्लाक में सबसे अधिक है। इस स्कूल में तैनात शिक्षको के बलबूते पर ही यह संख्या इतनी अधिक बढ़ पाई है ! स्कूल में तैनात शिक्षिक बच्चो की शिक्षा और बेहतरी के लिए बेहतर कार्य कर रहे है। यह स्कूल जिला भर में हर गतिविधियों में अब्बल दर्जे का है। इस स्कूल को बेस्ट एसएमसी, आपदा प्रबंधन में भी अब्बल होने के दर्जे के साथ साथ कई अनेक गतिविधियों में ब्लाक तथा जिला स्तर में अब्बल दर्जा मिला है।

 

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