रंग लाई डा. निशांत की मेहनत, वृद्धाश्रम में रह रहे व्यक्ति की लौटी आंखों की रोशनी

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल  

अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर के तत्वाधान में बिलासपुर के घागस समीप दयोली में चल रही वृद्धाश्रम यानि “अपना घर” के सदस्य शंकर (70) की आंखों की रोशनी फिर से लौट आई है। जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. निशांत वर्धन का अनुभव और मेहनत भी रंग लाई है। डा. निशांत द्वारा इससे पूर्व वृद्धाश्रम के एक सदस्य पप्पू की आंखों की रोशनी लौटाई है।

यह जानकारी देते हुए ट्रस्ट प्रवक्ता विजय कुमार ने बताया कि वृद्धाश्रम के सदस्य शंकर की दोनो आंखों में मोतिया उतर आया था जिससे उसकी आंखों की रौशनी लगभग जबाव दे गई थी। वृद्धाश्रम स्टाफ सदस्यों द्वारा शंकर को जिला अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. निशांत वर्धन के पास चैक करवाया गया। जहां पर आपरेशन की तिथि मिली और आपरेशन किया गया जो कि पूर्ण रूप से सफल रहा। इस आपरेशन का तमाम व्यय सरकार की ओर से रहा जबकि दवाईयां आदि का व्यय ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले एक बेसहारा व्यक्ति पप्पू जिसकी दोनो आंखें खराब थी, का सफल आपरेशन भी डा. निशांत वर्धन द्वारा किया गया। पप्पू अब अपनी आंखों से दुनिया के रंगीन नजारों को खुशी खुशी देखता है। उल्लेखनीय है कि करीब तीन साल पूर्व पीड़ित मानवता की सेवा के लिए मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर द्वारा घागस के देवली गांव में वृद्धाश्रम खोला गया ताकि अपनों द्वारा ठुकराए बुजुर्गों को जीवन के अंतिम पड़ाव में दर-दर की ठोकरें न खानी पडे़। वर्तमान में यहां पर 16 सदस्य हंसी खुशी से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। जिसमें से दस पुरूष और 6 महिलाएं शामिल हैं। इन लोगों की सेवा के लिए बाकायदा महिला पुरूष स्टाफ की व्यवस्था है। समय-समय पर चाय, नाश्ता, लंच व डीनर आदि की पूरी व्यवस्था है। यहीं नहीं इन सदस्यों का समय-समय पर स्वास्थ्य जांच भी करवाई जाती है। यह सब ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य अधिवक्ता प्रकाश बंसल के सहयोग से किया जा रहा है।

बता दें कि करीब तीन साल से संचालित इस वृद्धाश्रम को प्रोत्साहित करने या आगे बढ़ाने के लिए किसी भी सरकारी या गैर सरकारी अनुदान या योगदान नहीं मिलता है। हालांकि ट्रस्ट के आवेदन पर दर्जनों पर प्रशासनिक अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं लेकिन औपचारिकताओं के भंवरजाल में फंसी फाइलों की गति पूरी तरह से मंद पड़ चुकी है जबकि वृद्धाश्रम को किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिल पाई है। जिस भवन में यह वृद्धाश्रम चल रहा है वहां पर किराए का भवन है जबकि इन सदस्यों के खानेपीने, दवाई आदि का खर्च ट्रस्ट या अन्य दानी सज्जनों द्वारा किया जाता है। बहरहाल अपनों द्वारा ठुकराए लोगों को अपना घर में हर सुख सुविधा का ध्यान रखा जाता है। शंकर के आपरेशन के दौरान व स्वास्थ्य लाभ तक स्टाफ नर्स आरती चंदेल ने अहम भूमिका निभाई।


वृद्धाश्रम यानि अपना घर सदस्य शंकर की आंखों का सफल आपरेशन जिला अस्पताल में करवाया गया है। आई स्पेशलिस्ट डा. निशांत वर्धन द्वारा यह आपरेशन किया गया है। अब शंकर स्वास्थ्य लाभ ले रहा है। वृद्धाश्रम में जनसहयोग की नितांत आवश्यक्ता है। समय-समय सहयोग करने वाले सभी आत्मीय बंधुओं का आभार।- प्रकाश चंद बंसल (अधिवक्ता ) संस्थापक सदस्य मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *