आवाज ए हिमाचल
12 अक्टूबर।भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारी सेनाओं ने धर्मयुद्ध के सिद्धांतों का पालन करते हुए सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया है। किसी भी नागरिक और सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई नहीं की गई। थल सेना प्रमुख ने शनिवार को राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल चायल की 100वीं वर्षगांठ पर सेंटेनरी समारोह में यह बात कही। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रत्यक्ष नियंत्रण में आने वाले पांच राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूलों में से सबसे पुराने विद्यालय चायल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि इस स्कूल ने अनेक उत्कृष्ट सैन्य अधिकारी तैयार किए हैं। यहां से पढ़े छात्र विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय पहचान बना चुके हैं। आगामी वर्षों में भी स्कूल से निकलने वाले कैडेट ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे। साथ ही कहा कि विद्यालय की परंपराओं और मूल्यों को कायम रखते हुए उसकी गौरवशाली विरासत को नए जोश और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाना चाहिए। कार्यक्रम की शुरुआत चायल के ऐतिहासिक क्रिकेट स्टेडियम में सेंटेनरी गेट के उद्घाटन से की गई। गेट विद्यालय की गौरवशाली परंपरा, और राष्ट्र सेवा के शताब्दी प्रतीक के रूप में समर्पित किया गया। प्रिंसिपल विमल कुमार गंगवाल जैन ने उपलब्धियां गिनवाईं।थल सेना प्रमुख ने चायल की 100वीं वर्षगांठ पर एक विशेष डाक कवर भी जारी किया। साथ ही द सेंटेनियल क्रॉनिकल के प्रथम संस्करण का अनावरण भी किया। समारोह में पुरस्कार वितरण भी किया। इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया गया। निखिल प्रताप सिंह को सर्वश्रेष्ठ सीनियर कैडेट घोषित किया, जबकि कक्षा नौवीं के आर्यन सिंह को सर्वश्रेष्ठ जूनियर कैडेट का खिताब मिला। आठवीं में आराध्या को सर्वश्रेष्ठ गर्ल कैडेट के सम्मान से नवाजा गया।