आवाज ए हिमाचल
13 फरवरी। लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ रेल यातायात मार्च के अंतिम सप्ताह से पूर्व स्थिति में आ सकता है। रेलवे ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। मार्च के अंतिम सप्ताह से 22 मार्च 2020 से पूर्व की स्थिति में ट्रेनों को दौड़ाया जाएगा। रेलवे बोर्ड की हरी झंडी का इंतजार है। रेलवे मंडल ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। लंबे समय से ट्रेनों के पूर्ववत संचालन की बाट जोह रहे रेल यात्रियों को राहत देने वाली खबर है। लॉकडाउन में रेल यातायात को निलंबित कर दिया गया था। रेलवे स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। इससे मुरादाबाद रेल मंडल से गुजरने वाली सभी पैसेंजर, एक्सप्रेस, शताब्दी, राजधानी भी रोक दी गईं थीं। करीब एक साल बाद रेलवे बोर्ड दोबारा इन ट्रेनों का संचालन शुरू करने जा रहा है। रेलवे बोर्ड से तिथि घोषित होना बाकी है। लेकिन संकेत दिए गए हैं कि मार्च के अंतिम सप्ताह में मंडल से गुजरने वाली सभी 128 जोड़ी ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस बार यात्रियों को बैठने और प्रवेश में बदलाव के साथ ही हर स्टेशन पर 24 घंटे स्वास्थ्य टीम भी तैनात रहेगी। इसके अलावा एंबुलेंस की व्यवस्था के अलावा सेफ हाउस भी बनाए जाएंगे।
मुरादाबाद रेल मंडल से गुजरती हैं 128 जोड़ी ट्रेनें
मुरादाबाद रेलवे मंडल के मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से सामान्य दिनों में 128 जोड़ी ट्रेनें गुजरती हैं, जबकि करीब 25 हजार यात्रियों का आवागमन भी रहता है। लॉकडाउन लगने के बाद सभी ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए रेलवे ने कोविड स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया था। अभी वर्तमान में केवल 12-15 जोड़ी ट्रेनें ही मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से गुजर रही हैं। जिससे रेलवे को मात्र 42 सौ से लेकर पांच हजार रुपये की ही आय यात्रीभाड़े से हो रही है। जबकि मुरादाबाद रेल मंडल के सभी स्टेशनों पर सामान्य दोनों में एक लाख 44 हजार यात्रियों का आवागमन रहता है। जिनसे 63.50 लाख रुपये की आय रेलवे को होती थी।
फिर से किराए में छूट मिलेगी छूट
रेलवे अलग-अलग 53 श्रेणियों के पात्र यात्रियों को किराए में 25 से 100 प्रतिशत छूट प्रदान करता है। दिव्यांग, कैंसर रोगी, डायलिसिस, हीमोफिलिया, एड्स समेत अन्य गंभीर रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को किराए में 50 से 100 प्रतिशत तक की छूट मिलती हैं। इसी तरह वरिष्ठ नागरिक, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता छात्रों के शैक्षिक भ्रमण, युद्ध में शहीद की विधवा, कलाकार, खिलाड़ियों को भी रेल किराए में छूट देता है। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अध्यापकों को मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के स्लीपर कोच में 50 प्रतिशत किराए में रियायत मिलती है। चूंकि, कोरोना काल में रेलवे सिर्फ स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है, इस कारण किराए में पात्र श्रेणी के यात्रियों को कोई छूट नहीं मिल रही है। यातायात सुचारु होने के बाद यह छूट दोबारा मिल सकती है।